भारतीय क्रिकेट टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के लिए वैसे तो पूरी टीम जिम्मेदार है, लेकिन। सलामी जोड़ी का ना चलना भी इसके पीछे एक बड़ा कारण रहा। विशेष रूप से, जिस खिलाड़ी पर भारतीय टीम इस वक्त सबसे ज्यादा भरोसा करती है, उसने भी कुछ खास खेल नहीं दिखाया। हम बात कर रहे हैं युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की, जिनका बल्ला साउथ अफ्रीका के खिलाफ खामोश रहा है।
शुभमन गिल की कप्तानी में हार
भारतीय क्रिकेट टीम को शुभमन गिल की कप्तानी में साउथ अफ्रीका। के खिलाफ पहले ही टेस्ट में करारी हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में पूरी टीम ने ही खराब खेल दिखाया, जिससे टीम को एक बड़ी शिकस्त झेलनी पड़ी। इस हार के कई कारण रहे, जिनमें बल्लेबाजी क्रम का ध्वस्त। होना और महत्वपूर्ण खिलाड़ियों का प्रदर्शन न कर पाना शामिल है।
पहली पारी में जायसवाल का निराशाजनक प्रदर्शन
भारत बनाम साउथ अफ्रीका के पहले टेस्ट मैच में, साउथ अफ्रीका की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 159 रन बनाए थे। भारतीय टीम से उम्मीद की जा रही थी कि वह अच्छी शुरुआत के साथ एक बड़ा स्कोर खड़ा करेगी। हालांकि, भारत को पहला झटका जल्द ही लग गया जब सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल केवल 12 रन बनाकर आउट हो गए। उस वक्त टीम इंडिया का स्कोर केवल 18 रन ही था। इस पारी में भारत ने 189 रन बनाकर साउथ अफ्रीका पर 30 रन की लीड जरूर बना ली, लेकिन यह लीड इतनी बड़ी नहीं थी कि इसे निर्णायक कहा जा सके।
दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल पाए
साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में केवल 153 रन बनाए,। जिससे टीम इंडिया के सामने जीत के लिए एक छोटा लक्ष्य था। इस बार भी यशस्वी जायसवाल से एक मजबूत शुरुआत की उम्मीद थी, लेकिन वे और भी बुरी तरह से नाकाम रहे। जायसवाल चार गेंदों का सामना करने के बाद भी अपना खाता नहीं खोल पाए और शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। यहीं से टीम इंडिया की बल्लेबाजी पूरी तरह से लड़खड़ा गई। पूरी भारतीय टीम केवल 93 रन ही बना सकी और उसे एक करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ जायसवाल के आंकड़े
यशस्वी जायसवाल ने अब तक साउथ अफ्रीका के खिलाफ 6 टेस्ट पारियां खेली। हैं, और इन सभी पारियों में उनके बल्ले से रन नहीं बने हैं। उन्होंने इन 6 पारियों में साउथ अफ्रीका के खिलाफ केवल 62 रन बनाए हैं। उनका औसत केवल 10. 3 का है, जो उनके सामान्य प्रदर्शन से काफी कम है। इन 6 पारियों में वे दो बार बिना खाता खोले यानी डक पर ही आउट हुए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 28 रन है। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि जो खिलाड़ी इस फॉर्मेट में दोहरे और तिहरे शतक भी लगा चुका है, वह साउथ अफ्रीका के सामने बुरी तरह से फ्लॉप हो रहा है। अब देखना यह है कि जब गुवाहाटी में सीरीज का दूसरा मैच होगा, तब जायसवाल कैसा प्रदर्शन करते हैं और क्या वे अपने आलोचकों को जवाब दे पाते हैं।