देश / ज़ायडस कैडिला ने तीन डोज़ की कोविड-19 वैक्सीन की प्रस्तावित कीमत ₹1,900 रखी: रिपोर्ट

Zoom News : Oct 04, 2021, 02:01 PM
नई दिल्ली: जायडस कैडिला ने अपनी तीन डोज वाली कोरोना रोधी वैक्सीन जायकोव-डी की कीमत 1,900 रुपये प्रस्तावित किया है। कीमत कम करने के लिए सरकार और कंपनी के बीच अभी बातचीत चल रही है और इस हफ्ते अंतिम फैसला होने की उम्मीद है। यह वैक्सीन 12 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को लगाई जाएगी। सरकार ने गुरुवार को कहा था कि दुनिया की पहली डीएनए आधारित कोरोना रोधी वैक्सीन को जल्द ही टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा। तीन डोज की इस वैक्सीन को देने के लिए सुई की जरूरत नहीं है। दवा नियामक से इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है।

जायकोव-डी के इमरजेंसी इस्तेमाल की मिल चुकी है मंजूरी

सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने सभी कर समेत तीन डोज वैक्सीन की कीमत 1,900 रुपये प्रस्तावित किया है। कीमत कम करने के लिए बातचीत चल रही है। कंपनी से वैक्सीन की कीमत को लेकर सभी पहलुओं पर दोबारा विचार करने को कहा गया है। सरकार और कंपनी के बीच इसको लेकर तीन दौर की बातचीत हो चुकी है। दूसरे सूत्रों ने बताया कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन की तुलना में जायकोव-डी की कीमत कुछ अलग इसलिए भी है कि इसे लगाने के लिए सुई रहित जेट इंजेक्टर की जरूरत होगी जिसकी कीमत लगभग 30,000 रुपये है। इस जेट इंजेक्टर से करीब 20,000 डोज लगाई जा सकती हैं।

जायडस के साथ बातचीत सकारात्मक : सुधाकर

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ बैठक के बाद कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने रविवार कहा कि बच्चों के लिए कोरोना टीके के लिए जायडस कैडिला के साथ वर्तमान में चल रही चर्चा के अंतिम दौर से केंद्र को सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक की ओर से विकसित नाक से दिए जाने वाले टीके का दूसरा परीक्षण पूरा हो चुका है और तीसरा ट्रायल नवंबर-दिसंबर तक होने की उम्मीद है। इस बैठक के दौरान भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला भी मौजूद थे।

गंभीर रोगों से ग्रस्त बच्चों को टीकाकरण में प्राथमिकता : अरोड़ा

राष्ट्रीय टीकाकरण पर तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआइ) के चेयरमैन डा. एनके अरोड़ा ने कहा है कि बच्चों के लिए जब टीकाकरण अभियान शुरू होगा तब पहले से गंभीर रोगों से ग्रस्त बच्चों को टीका लगाने में प्राथमिकता दी जाएगी। जिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक होगी उन्हें बाद में टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अत्यधिक जोखिम वाले बच्चों की पहचान की जा रही है।

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