उतर प्रदेश: पूजा से अंकित बना, फिर की लड़की से शादी... पुलिस का भी दिमाग चकराया
उतर प्रदेश - पूजा से अंकित बना, फिर की लड़की से शादी... पुलिस का भी दिमाग चकराया
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Updated on: 26-Jul-2021 04:15 PM IST
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गोरखपुर की एक लड़की से फर्रुखाबाद की रहने वाली पूजा ने शादी कर ली। पूजा अब अंकित बन गया है। दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। उसके बाद रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराकर साथ रहने लगे। पूजा अंकित बनने के बाद अब लिंग परिवर्तन करा रही है। लड़की गोरखपुर के गुलहरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली है। दोनों की शादी पर लड़की के पिता ने आपत्ति जाहिर की। उनका कहना है कि लड़की को बहला-फुसलाकर उसके साथ रेप किया गया है जबकि युवक और युवती का कहना है कि दोनों बालिग हैं और दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की है, दोनों एक साथ रहना चाहते हैं।पिता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर फर्रुखाबाद के निवासी अंकित उर्फ पूजा को पकड़कर गोरखपुर ले आई। गुलरिया थाना के प्रभारी विनोद अग्निहोत्री का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है, लड़की का बयान हो जाने के बाद ही कोई कार्यवाही हो पाएगी, यह लड़का ट्रांसजेंडर है या कुछ और? यह कोर्ट तय करेगी। क्या है मामलागुलरिया थाने की रहने वाली 27 वर्षीय युवती फर्रुखाबाद में रहकर नौकरी करती है। करीब एक साल पहले उसकी मुलाकात पूजा यादव से हुई, जो खुद को लड़की नहीं लड़का मानती थी। पूजा लिंग परिवर्तन कराकर लड़का बनना चाहती थी। इस बीच पूजा और गोरखपुर की रहने वाली लड़की की दोस्ती प्यार में बदल गई।फिर दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। यहीं पर पूजा यादव ने अपना नाम बदलकर अंकित यादव रख लिया और लड़का बनने के लिए लिंग परिवर्तन की प्रक्रिया भी शुरू करा दी। दोनों ने फर्रुखाबाद के एक मंदिर में शादी भी कर ली। साथ ही रजिस्टर्ड एग्रीमेंट भी करा लिया। असमंजस की स्थिति में पुलिसजब यह जानकारी लड़की के घरवालों को हुई तो उसके पिता ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी और उसने अंकित यादव पर दुष्कर्म करने का आरोप भी लगाया जबकि लड़की ने दावा किया है कि वह अपनी मर्जी से अंकित यादव के साथ रहने को तैयार है। इस असमंजस में पुलिस 164 का बयान दर्ज कराने की तैयारी कर रही है।पूजा उर्फ अंकित को जब फर्रुखाबाद से गोरखपुर पुलिस लेकर आई तो पहले उसकी मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया। बाद में इसकी जानकारी जैसे ही गाली बंद संस्था के संस्थापक मनीष कुमार को हुई तो वह अपनी टीम के साथ पहुंच गए मानवाधिकार और ट्रांसजेंडर पर काम करने वाली यह संस्था अंकित यादव की मदद में दिन रात लगी हुई है।
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