उन्नाव : छेड़छाड़ की शिकायत लेकर पहुंची महिला, उन्नाव पुलिस बोली- रेप होगा तब देखेंगे
उन्नाव - छेड़छाड़ की शिकायत लेकर पहुंची महिला, उन्नाव पुलिस बोली- रेप होगा तब देखेंगे
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Updated on: 07-Dec-2019 04:33 PM IST
उन्नाव में रेप की शिकार एक पीड़िता तो दुनिया में नहीं रही, लेकिन इसी शहर को एक दूसरी पीड़िता को ऐसा ही डर सता रहा है। उन्नाव में एक महिला के साथ बदमाशों ने रेप करने की कोशिश की थी, लेकिन पीड़िता किसी तरह बचकर भाग गई। इस घटना की शिकायत लेकर जब वो थाने गई तो पुलिस वालों ने उसके साथ बेहद बुरा बर्ताव किया। पीड़िता ने आजतक को अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि कोई पुलिसकर्मी उनकी शिकायत सुनने को तैयार नहीं है। पीड़िता का कहना है कि पुलिस वाले कहते हैं कि अभी रेप तो नहीं हुआ है, जब होगा तो देख लेंगे।बलात्कार की कोशिश हुई है। हुआ तो नहीं आज तक से बात करते हुए पीड़िता ने कहा कि पुलिस कहती है कि बलात्कार का प्रयास हुआ है, हुआ तो नहीं है, होगा तो देख लेंगे। पीड़िता ने कहा कि अगर ऐसा हादसा मेरे साथ हो ही जाता है तो फिर पुलिस क्या करेगी। पीड़िता ने कहा कि अभी तो जिंदा है, घटना के बाद तो जिंदा भी बच नहीं पाएगी। तीन महीने से दौड़ रही है पीड़िता उन्नाव की इस महिला ने कहा कि ये मामला तीन महीना पुराना है, और वो दवा लेकर आ रही थी तभी कुछ लोगों ने उसके साथ रेप करने की कोशिश की। महिला ने कहा कि जब उसने 1090 पर पुलिस को फोन किया तो कहा गया कि 100 नंबर की जिप्सी भेजी जा रही है, लेकिन वो पुलिस भी नहीं पहुंची, इसके बाद पीड़िता ने सीधे उन्नाव पुलिस कप्तान के ऑफिस में फोन की। वहां से जवाब मिला कि जहां पर घटना हुई वहीं पर मुकदमा दर्ज होगा। पीड़िता ने कहा कि उसने कोर्ट में भी मामला दर्ज करवाया, लेकिन अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़िता ने रोते हुए कहा कि वो तीन महीने से बिहार थाने से चक्कर लगा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महिला ने कहा कि वो उन्नाव में लगभग 30 बार पुलिस थाने के चक्कर लगा चुकी है। पीड़िता कहती है कि कप्तान साहब थाने जाने को कहते हैं और बिहार थाने की पुलिस वहां से भगा देती है।पुलिस देती है ताना पीड़िता का आरोप है कि थाने में उसे पुलिस से ताना सुनना पड़ता है। उसने कहा कि पुलिस कहती है कि कहीं भी जाओगी अंतिम में यहीं आना पड़ेगा। पीड़िता ने कहा कि इलाके में रेप की घटनाएं आम है, कमजोर लोगों की बेइज्जती की जाती है और पुलिस से मदद की आस नहीं रहती है।
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