दुनिया / लेबनान में हुए विस्फोट के मामले में 16 लोग हिरासत में

NavBharat Times : Aug 07, 2020, 07:57 AM
नई दिल्ली: लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा है कि बेरूत विस्फोट के मामले में बेरूत के बंदरगाह के 16 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है। ‘नेशनल न्यूज एजेंसी’ ने सैन्य अदालत के न्यायाधीश के गवर्नमेंट कमिश्नर फदी अकीकी के हवाले से बृहस्पतिवार को कहा कि अभी तक 18 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। ये सभी बंदरगाह और सीमा शुल्क अधिकारी और कर्मचारी हैं। अकीकी ने कहा कि मंगलवार को विस्फोट के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी गई थी और सभी संदिग्धों से पूछताछ की जाएगी।

5 भारतीयों को मामूली चोट

विदेश मंत्रालय ने इस बात की सूचना दी है कि लेबनान में हुए धमाके में 5 भारतीयों को भी मामूली चोट लगी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि लेबनान के भारतीय दूतावास के ट्वीट के मुताबिक भारतीय समुदाय के लोगों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। सिर्फ 5 लोगों को छोटी-मोटी चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि हमारा दूतावास वहां के भारतीय समुदायों के साथ लगातार बात कर रहा है। साथ ही अगर किसी को कोई मदद चाहिए तो वह भी मुहैया कराई जा रही है।


लेबनान को मदद मुहैया कराएगा भारत

भारत की ओर से गुरुवार को इस बात की घोषणा की गई है कि लेबनान को धमाके से हुए नुकसान से निपटने के लिए भारत की ओर से मदद मुहैया कराई जाएगी। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है कि भारत ने लेबनान की सरकार धमाके से हुए नुकसान की पूरी जानकारी मांगी है। उस रिपोर्ट के आधार पर ये तय किया जाएगा कि भारत सरकार की तरफ से लेबनान को कितनी मदद मुहैया करानी है।


140 मौतें, 5000 लोग जख्मी

लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए इस धमाके में अब तक 140 लोगों के मारे जानने की खबर है और 5000 से भी अधिक लोग जख्मी हैं। लेबनान अथॉरिटीज के अनुसार यह धमाका 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट के सही से रख-रखाव ना करने की वजह से हुआ है। यानी एक बात तो साफ है कि इस दुर्घटना की वजह लापरवाही रही। इस धमाके ने बेरूत की करीब आधी इमारतों को नुकसान पहुंचाया है और लगभग 3 लाख लोगों को बेघर कर दिया है।


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