टाटा-मिस्त्री विवाद / चार साल की कानूनी लड़ाई के बाद टूट गया 70 साल का रिश्ता

AajTak : Sep 23, 2020, 06:41 AM
Delhi: टाटा ग्रुप और साइरस मिस्त्री के बीच पिछले करीब 4 साल से कानूनी लड़ाई चल रही है। अक्टूबर 2016 में साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद यह मामला अदालत तक पहुंच गया। मिस्त्री समूह की कंपनियां टाटा संस में सबसे बड़ी शेयरधारकों में से एक हैं। दरअसल, मिस्त्री परिवार की टाटा संस में 18.5 फीसदी हिस्सेदारी है। लेकिन जहां एक ओर टाटा संस में शापोरजी पालोनजी (एसपी) ग्रुप अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहता है, वहीं टाटा ग्रुप हिस्सेदारी खरीदने के लिए तैयार है। टाटा संस में एसपी ग्रुप की हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये की है।   

शापोरजी पालोनजी ग्रुप ने मंगलवार को कहा कि वह टाटा संस में हिस्सेदारी बेचकर निकलने को तैयार है। कंपनी ने बयान जारी कर कहा, 'शापोरजी पालोनजी और टाटा के बीच 70 साल पुराना रिश्ता है। और ये साथ म्यूचुअल ट्रस्ट, भरोसा और दोस्ती पर आधारित था।' 

वहीं टाटा ग्रुप ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि अगर शापोरजी पालोनजी ग्रुप को फंड की जरूरत है, और वो इसके लिए टाटा संस में अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहता है तो टाटा ग्रुप हिस्सेदारी खरीदने के लिए तैयार है। शापोरजी पालोनजी ग्रुप अब टाटा संस में अपनी हिस्सेदारी बेचकर फंड जुटाएगा।

मिस्त्री परिवार ने कहा कि टाटा संस से निकलना शेयरधारकों के हित में है। शापोरजी पालोनजी ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि टाटा ग्रुप से अलग होना जरूरी है, क्योंकि कानूनी लड़ाई से सिर्फ आर्थिक नुकसान होगा। सूत्रों के मुताबिक टाटा संस में एसपी ग्रुप ने अपनी हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 1.75 लाख करोड़ रुपये आंकी है।   

गौरतलब है कि शापोरजी पालोनजी ग्रुप की अपनी दो सब्सिडियरी कंपनियों-साइरस इन्वेस्टमेंट और स्टर्लिंग इन्वेस्टमेंट के जरिए टाटा संस में कुल 18.4 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा संस की बाकी हिस्सेदारी टाटा ग्रुप ने टाटा ट्रस्ट और ग्रुप की दूसरी कंपनियों के जरिए ली है।


सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को शापोरजी पालोनजी के टाटा संस के शेयर बेचने पर 28 अक्टूबर तक की रोक लगा दी है। इसके साथ ही SC ने 28 अक्टूबर तक यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया है। मामले में शीर्ष अदालत 28 अक्टूबर को अंतिम सुनवाई करेगी। शापोरजी पालोनजी ग्रुप के हिस्सेदारी गिरवी रखने पर रोक लगाने के लिए 5 सितंबर को टाटा ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

बता दें, मिस्त्री परिवार के सबसे अहम सदस्य साइरस मिस्त्री को साल 2012 में टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया था, लेकिन 2016 में उन्हें इस पद से हटा दिया गया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच लंबी कानूनी लड़ाई छिड़ी गई, जो अभी तक जारी है। 

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