IND vs ENG / 23 साल बाद पंत के पास इतिहास दोहराने का मौका, सिर्फ एक बल्लेबाज ही कर पाया ऐसा

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत जबरदस्त फॉर्म में हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में उन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़े। पंत की 134 और 118 रन की पारियों ने फैंस को रोमांचित किया। अब वह लगातार तीन टेस्ट शतक लगाने वाले राहुल द्रविड़ के 23 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं।

IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत इस समय जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं और अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी से सभी को प्रभावित कर रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए दोनों पारियों में शतक जमाए, जिससे उन्होंने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वह बड़े मैचों के बड़े खिलाड़ी हैं। मैदान पर उनकी उपस्थिति ही फैंस के बीच उत्साह का संचार कर देती है।

पंत की ऐतिहासिक पारियां

इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भले ही भारत को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन ऋषभ पंत दोनों पारियों में टीम के लिए संकटमोचक बने। उन्होंने पहली पारी में 134 रन और दूसरी पारी में 118 रनों की बेहतरीन पारी खेली। जब तक पंत क्रीज़ पर थे, भारतीय टीम जीत की उम्मीद संजोए हुए थी। अब सभी की निगाहें दूसरे टेस्ट मैच पर हैं, जहां पंत से एक और बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही है।

राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड की बराबरी का मौका

अगर ऋषभ पंत दूसरे टेस्ट में भी शतक लगा देते हैं, तो वह इंग्लैंड की धरती पर लगातार तीन टेस्ट शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे। इससे पहले यह कारनामा साल 2002 में राहुल द्रविड़ ने किया था। द्रविड़ ने तब नॉटिंघम (115), लीड्स (148), और द ओवल (217) में लगातार तीन टेस्ट शतक जड़े थे। अब 23 साल बाद पंत के पास इतिहास रचने का सुनहरा अवसर है।

टेस्ट क्रिकेट में पंत की उपलब्धियां

ऋषभ पंत ने साल 2018 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और तब से वह टीम इंडिया की बल्लेबाजी की रीढ़ बन चुके हैं। अब तक खेले गए 44 टेस्ट मैचों में उन्होंने 3200 रन बनाए हैं, जिसमें 8 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी आक्रामक शैली और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता उन्हें विशेष बनाती है।

गेंदबाजों की नाकामी से गई बाज़ी

पहले टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने कुल मिलाकर शानदार प्रदर्शन किया। पहली पारी में 471 और दूसरी में 364 रन बनाने के बावजूद भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसका मुख्य कारण गेंदबाजों का औसत प्रदर्शन रहा। जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में पांच विकेट झटके, लेकिन दूसरी पारी में वह भी खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। अन्य गेंदबाजों की नाकामी टीम इंडिया की हार का कारण बनी।

क्या रच पाएंगे इतिहास?

अब सबकी निगाहें दूसरे टेस्ट मैच पर टिकी हैं। क्या ऋषभ पंत लगातार तीसरा शतक जड़कर द्रविड़ के रिकॉर्ड की बराबरी कर पाएंगे? क्या भारतीय गेंदबाज इस बार बेहतर प्रदर्शन करके टीम को जीत दिला पाएंगे? इन सवालों के जवाब जल्द ही मिल जाएंगे, लेकिन एक बात तय है — ऋषभ पंत की बल्लेबाज़ी इस समय भारतीय क्रिकेट का सबसे चमकता सितारा है।