Saif Ali Khan / सैफ पर हुए हमले के बीच इन 6 आंकड़ों से समझिए- कितनी सुरक्षित है मायानगरी मुंबई

बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के बाद मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था चर्चा में है। 2024 में मुंबई में अपराध के 48,343 केस दर्ज हुए। प्रतिदिन चोरी के 23, रेप के 3, और लूट के 2 मामले सामने आए। 21 मिलियन आबादी पर मात्र 38,409 पुलिसकर्मी तैनात हैं।

Vikrant Shekhawat : Jan 17, 2025, 02:20 PM
Saif Ali Khan: बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले ने मायानगरी मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। मुंबई, जिसे भारत की वित्तीय राजधानी और 'सपनों की नगरी' कहा जाता है, एक बार फिर से सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर बहस के केंद्र में है।

सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर

सैफ अली खान की घटना के बाद विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर निशाना साधा। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने मुंबई को असुरक्षित बताया, तो शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता जताई। राउत का कहना था कि आम लोगों के साथ-साथ मशहूर हस्तियां भी सुरक्षित नहीं हैं।

दूसरी ओर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए मुंबई को सुरक्षित शहर बताया। उन्होंने कहा कि केवल एक-दो घटनाओं के आधार पर पूरे शहर की छवि खराब नहीं करनी चाहिए।

मुंबई पुलिस के आंकड़े: क्या कहते हैं तथ्य?

राजनेताओं के बयानों के बीच मुंबई पुलिस के आंकड़े शहर की सुरक्षा की वास्तविक स्थिति को उजागर करते हैं।

  1. चोरी के मामले

    • 2024: 30 नवंबर तक 7808 मामले दर्ज हुए, जिनमें से 2533 सुलझाए गए।
    • 2023: 6133 मामले दर्ज किए गए थे।
    • औसतन, 2024 में रोजाना 23 चोरी के मामले सामने आए, जबकि 2023 में यह संख्या 18 थी।
  2. लूट और लूट की कोशिश

    • 2024 में लूट के 448 और लूट की कोशिश के 110 मामले दर्ज हुए।
    • औसतन, मुंबई में हर दिन लूट की 2 घटनाएं हुईं।
  3. महिलाओं के खिलाफ अपराध

    • 2024 में नवंबर तक रेप के 958 मामले दर्ज हुए, जो 2023 के 878 मामलों से ज्यादा हैं।
    • औसतन, 2024 में हर दिन 3 रेप के मामले सामने आए।
  4. किडनैपिंग के मामले

    • 2024 में किडनैपिंग की 1129 घटनाएं दर्ज हुईं, जबकि 2023 में यह संख्या लगभग 3 प्रति दिन थी।
    • 2024 में किडनैपिंग की औसत संख्या बढ़कर 4 घटनाएं प्रति दिन हो गई।
  5. हत्या और हत्या की कोशिश

    • 2024 में नवंबर तक 101 हत्याएं और 283 हत्या की कोशिशों के मामले दर्ज किए गए।
    • औसतन, हर दिन हत्या या हत्या की कोशिश का एक मामला सामने आया।
  6. कुल अपराध के मामले

    • 2024 में नवंबर तक 48343 अपराध दर्ज किए गए, जो 2023 की तुलना में करीब 8000 अधिक हैं।
    • औसतन, हर दिन 144 अपराध दर्ज किए गए।

मुंबई की जनसंख्या और पुलिस बल की स्थिति

मुंबई की आबादी लगभग 2.1 करोड़ है। इस विशाल जनसंख्या की सुरक्षा के लिए शहर में 97 पुलिस स्टेशन और 51308 स्वीकृत पुलिस पद हैं।

  • इनमें से 28938 पद कांस्टेबल के लिए हैं।
  • हालांकि, कुल स्वीकृत पदों में से 12,000 पद अभी भी खाली हैं, और वर्तमान में 38409 पुलिसकर्मी ही तैनात हैं।
  • इसका मतलब है कि औसतन 400 नागरिकों पर एक पुलिसकर्मी की जिम्मेदारी है।

सुरक्षा व्यवस्था के मुद्दे और चुनौतियां

मुंबई पुलिस की कार्यक्षमता पर सवाल उठते रहे हैं, खासकर जब बड़े पैमाने पर खाली पदों की बात सामने आती है। पुलिसकर्मियों की कम संख्या और बढ़ते अपराध के आंकड़े इस बात का संकेत हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की तत्काल आवश्यकता है।

मुंबई: सुरक्षित या असुरक्षित?

मुंबई के सुरक्षा हालात पर राय दो हिस्सों में बंटी है। एक ओर, सरकार इसे सुरक्षित शहर बताती है, तो दूसरी ओर, अपराध के आंकड़े इसे खारिज करते नजर आते हैं।

सैफ अली खान पर हमले जैसी घटनाएं यह याद दिलाती हैं कि किसी शहर की छवि केवल दावों से नहीं, बल्कि ठोस सुरक्षा उपायों और आंकड़ों के आधार पर तय होती है। मुंबई जैसे शहर को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार, प्रशासन, और पुलिस को सामूहिक रूप से ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

निष्कर्ष
मुंबई, जहां हर दिन लाखों सपने आकार लेते हैं, वहां सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल सरकार की जिम्मेदारी है, बल्कि यह शहर की वैश्विक छवि को बनाए रखने के लिए भी जरूरी है। सुधार के संकेत तभी दिखेंगे जब सरकार खाली पदों को भरेगी, अपराध रोकने के लिए रणनीतिक उपाय करेगी, और पुलिसबल को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करेगी।