Atal Canteen / अटल कैंटीन में उमड़ी भीड़: 5 रुपये में मिल रहा गरमागरम और पौष्टिक भोजन

दिल्ली की अटल कैंटीन में मात्र 5 रुपये में पौष्टिक और गरमागरम भोजन मिलने से भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसका वीडियो साझा किया, जिसमें रिक्शा चालक और दिहाड़ी मजदूर जैसे जरूरतमंद लोग कतार में खड़े होकर सम्मानजनक भोजन का आनंद लेते दिखे। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 45 कैंटीन का उद्घाटन हुआ।

दिल्ली में अटल कैंटीन की शुरुआत के साथ ही एक नया सवेरा हुआ है, जहाँ मात्र 5 रुपये में भरपेट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। आज, साउथ दिल्ली के नेहरू नगर में, अटल कैंटीन के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखी गई, जो इस पहल की सफलता और आवश्यकता को दर्शाती है। रिक्शा चलाने वाले, दिहाड़ी मजदूर और झुग्गियों में रहने वाले लोग, सभी अपने हाथों में कूपन लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए, उनके चेहरों पर दिन भर की थकान के बावजूद एक सुकून साफ झलक रहा था और कैंटीन के अंदर प्लेटों की खनक, खाने की मनमोहक सुगंध और लोगों के बीच रोजमर्रा की बातें इस माहौल को और भी जीवंत बना रही थीं। यह दृश्य दिल्ली के मेहनतकश वर्ग के लिए एक बड़ी राहत और सम्मान का प्रतीक बन गया है।

अटल कैंटीन का उद्घाटन और प्रेरणा

अटल कैंटीन का उद्घाटन 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर किया गया था और इस महत्वपूर्ण अवसर पर, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मिलकर इन कैंटीनों का शुभारंभ किया। कैंटीन के अंदर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री आशीष सूद की तस्वीरें लगी हैं, जो इस पहल के पीछे की प्रेरणा और दूरदर्शिता को दर्शाती हैं। यह कैंटीन अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन, मानवीय संवेदना और गरीब कल्याण की सोच से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य समाज के सबसे निचले तबके तक सरकारी नीतियों का लाभ पहुँचाना है।

दिल्ली भर में 45 अटल कैंटीन की शुरुआत

यह एक बड़ी पहल है कि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक साथ 45 अटल कैंटीन शुरू की गई हैं और यह दर्शाता है कि सरकार बड़े पैमाने पर जरूरतमंदों तक पहुँचने और उन्हें सस्ती दरों पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इन कैंटीनों का व्यापक नेटवर्क यह सुनिश्चित करेगा कि दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले गरीब और मेहनतकश लोग आसानी से इस सुविधा का लाभ उठा सकें। प्रत्येक कैंटीन में भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि लोगों को न केवल सस्ता बल्कि स्वस्थ भोजन भी मिल सके।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा साझा किया गया वीडियो

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अटल कैंटीन में खाना खाते लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है। इस वीडियो में कर्मचारी लोगों को भोजन परोसते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि लोग शांतिपूर्वक लाइन में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और फिर आराम से टेबल-चेयर पर बैठकर भोजन का आनंद ले रहे हैं। यह वीडियो इस बात का प्रमाण है कि अटल कैंटीन सिर्फ भोजन प्रदान करने का स्थान नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहाँ लोगों को सम्मानजनक तरीके से भोजन करने का अवसर मिलता है। मुख्यमंत्री ने अपने पोस्ट में लिखा, 'अटल कैंटीन में सिर्फ 5 रुपये में पौष्टिक और सम्मानजनक भोजन की व्यवस्था करके हम अपने मेहनतकश श्रमिकों और जरूरतमंद परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं। ' उन्होंने आगे कहा कि यह पहल अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन, मानवीय संवेदना और गरीब कल्याण की सोच। से प्रेरित है, जिसका लक्ष्य सरकार की नीतियों को सीधे आखिरी व्यक्ति के जीवन को सरल और सम्मानजनक बनाना है।

पौष्टिक और सम्मानजनक भोजन की उपलब्धता

अटल कैंटीन की सबसे खास बात यह है कि यहाँ खाने की थाली की कीमत महज 5 रुपये है। यह कीमत उन लोगों के लिए बहुत मायने रखती है जो अपनी दैनिक मजदूरी से मुश्किल से गुजारा करते हैं। इस मामूली कीमत पर, गरीब और जरूरतमंद लोग भरपेट और पौष्टिक भोजन प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उन्हें अपनी सेहत बनाए रखने और काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी। यह पहल न केवल भूख मिटाती है, बल्कि यह सुनिश्चित करती है कि भोजन एक सम्मानजनक और स्वच्छ वातावरण में परोसा जाए, जिससे खाने वालों को आत्म-सम्मान का अनुभव हो। यह दिल्ली के लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।