पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बाबर आजम का बुरा दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। उनका बल्ला पूरी तरह से खामोश है और वे एक-एक रन के लिए तरसते हुए दिख रहे हैं। हालिया प्रदर्शन ने तो यह साबित कर दिया है कि वनडे प्रारूप में भी बाबर टेस्ट जैसी धीमी बल्लेबाजी कर रहे हैं, इसके बावजूद उनके बल्ले से अपेक्षित रन नहीं निकल रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ शुरू हुई वनडे सीरीज के पहले मैच में भी बाबर आजम का फ्लॉप शो जारी रहा, जिसने पाकिस्तानी टीम को भी संकट में डाल दिया।
खराब फॉर्म का सिलसिला जारी
बाबर आजम, जो कभी अपनी शानदार बल्लेबाजी और लगातार रन बनाने की क्षमता। के लिए जाने जाते थे, अब रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनका यह खराब फॉर्म पिछले कुछ समय से लगातार बना हुआ है, जिससे न केवल उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन पर असर पड़ रहा है, बल्कि टीम के प्रदर्शन पर भी इसका सीधा प्रभाव दिख रहा है। फैंस और क्रिकेट पंडितों को उम्मीद थी कि वनडे सीरीज में उन्हें अपनी लय वापस मिलेगी, लेकिन पहले मैच में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज का आगाज
श्रीलंका की टीम इस समय पाकिस्तान के दौरे पर है, जहां दोनों टीमों के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जा रही है और सीरीज का आगाज हो चुका है और पहले मैच में पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला। टीम से यह उम्मीद की जा रही थी कि वे एक बड़ा स्कोर खड़ा करेंगे, खासकर अपने घरेलू मैदान पर। बाबर आजम से भी लंबे समय बाद एक अच्छी और लंबी पारी की उम्मीद थी, जिससे वे अपनी फॉर्म में वापसी कर सकें और टीम को मजबूत स्थिति में ला सकें। हालांकि, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और बाबर ने एक बार फिर पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
बाबर की धीमी पारी और टीम पर असर
पाकिस्तान की पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही, सैम अयूब के रूप में पहला विकेट जल्द ही गिर गया। सैम ने 14 गेंदों पर केवल 6 रन बनाए और पवेलियन लौट गए। इसके बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए बाबर आजम आए। फैंस को उनसे बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन बाबर ने बहुत धीमी बल्लेबाजी की। उनकी पारी इतनी धीमी थी कि ऐसा लग रहा था मानो हरी जर्सी में टेस्ट मैच खेला जा रहा हो और बाबर आजम ने 51 गेंदों का सामना करते हुए मात्र 29 रन बनाए और उसके बाद आउट होकर पवेलियन लौट गए। उनकी इस पारी में केवल तीन चौके शामिल थे और उनका स्ट्राइक रेट मात्र 56. 86 का रहा, जो वनडे क्रिकेट के लिहाज से बेहद कम है। बाबर के अलावा बाकी बल्लेबाज भी अपना प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे, जिससे टीम संकट से जूझती हुई नजर आई।
करियर पर मंडराता खतरा
बाबर आजम अब अपने करियर के एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं, जहां उनका भविष्य अनिश्चित दिख रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने उन्हें टी20 इंटरनेशनल में एक और मौका दिया था, लेकिन वे वहां भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। अगर उनके प्रदर्शन का यह सिलसिला इसी तरह जारी रहा, तो बाबर आजम का अंतरराष्ट्रीय करियर पूरी तरह से खत्म हो सकता है। पिछले लंबे अर्से से उनके बल्ले से कोई शतक नहीं आया है, जबकि। बाबर जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज से लगातार शतक की उम्मीद की जाती है। वे ऐसा करने में लगातार नाकाम साबित हुए हैं। अब देखना यह होगा कि सीरीज के बचे हुए दो मैचों में बाबर आजम कैसी बल्लेबाजी करते हैं और क्या वे अपने करियर को बचाने में सफल हो पाते हैं। यह उनके लिए करो या मरो की स्थिति है।