- भारत,
- 01-May-2025 07:35 AM IST
- (, अपडेटेड 30-Apr-2025 11:01 PM IST)
RR vs Mi: राजस्थान रॉयल्स के उभरते सितारे वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपने धमाकेदार शतक से क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। महज 14 वर्ष की उम्र में 35 गेंदों पर शतक जड़ कर उन्होंने आईपीएल के इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस प्रदर्शन से उन्होंने यूसुफ पठान का 2010 में बनाया गया 37 गेंदों वाला रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। अब सबकी निगाहें राजस्थान रॉयल्स के अगले मुकाबले पर टिकी हैं, जो कि 1 मई को मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेला जाएगा।
अगला मुकाबला: कठिन चुनौती, कड़ी परीक्षा
मुंबई इंडियंस के पास ट्रेंट बोल्ट, जसप्रीत बुमराह और दीपक चाहर जैसे घातक गेंदबाज हैं। इन गेंदबाजों के सामने रन बनाना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता, खासकर इतने युवा खिलाड़ी के लिए। लेकिन वैभव ने यह दिखा दिया है कि उम्र महज़ एक संख्या है और आत्मविश्वास और प्रतिभा के दम पर कोई भी बड़ा कारनामा किया जा सकता है।
ट्रेंट बोल्ट का बयान: निडरता से भरे खिलाड़ी से मुकाबला रोमांचक होगा
मुंबई इंडियंस के अनुभवी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने राजस्थान के खिलाफ होने वाले इस मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में वैभव सूर्यवंशी पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा:
"मैंने अपने करियर में क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स जैसे दिग्गजों को गेंदबाजी की है। ऐसे में 14 वर्षीय वैभव को लेकर मैं चिंतित नहीं हूं, लेकिन एक निडर और फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी के खिलाफ खेलना एक रोमांचक चुनौती जरूर है। पूरी दुनिया ने उस रात वैभव का प्रदर्शन देखा।"
बोल्ट ने यह भी कहा कि इतनी कम उम्र में इतनी परिपक्व पारी खेलना आईपीएल की खूबसूरती को दर्शाता है, जहां युवा खिलाड़ी मौके का भरपूर फायदा उठाते हैं।
रणनीति और अनुभव का मुकाबला युवा जोश से
बोल्ट ने यह भी स्वीकार किया कि जयपुर की पिच और हालातों का उन्हें अच्छा अनुभव है और वह इस अनुभव का इस्तेमाल राजस्थान के खिलाफ करने वाले हैं। हालांकि उन्होंने यह संकेत दिया कि वे एक और हाई स्कोरिंग मैच की उम्मीद नहीं कर रहे हैं और गेंदबाजों की भूमिका इस बार निर्णायक हो सकती है।
वैभव बनाम मुंबई – युवा जोश बनाम अनुभव
अब सभी की नजरें 1 मई के इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले पर हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वैभव सूर्यवंशी अपने पहले तूफानी प्रदर्शन को दोहरा पाएंगे या बुमराह-बोल्ट की जोड़ी उन्हें रोकने में कामयाब होगी। यह सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य और वर्तमान के बीच का एक बड़ा टकराव होगा।