- भारत,
- 31-Jul-2025 07:20 PM IST
BSNL 5G News: भारत की सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL अगले महीने यानी अगस्त 2025 में अपनी 5G सर्विस लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी ने अपने आधिकारिक X हैंडल के जरिए इसकी घोषणा की है, जिसमें यूजर्स के लिए एक बेहतर डिजिटल अनुभव देने का वादा किया गया है। इस कदम से निजी टेलीकॉम कंपनियों जैसे एयरटेल, जियो, और वोडाफोन आइडिया पर प्रतिस्पर्धा का दबाव बढ़ सकता है, क्योंकि BSNL की सेवाएं आमतौर पर सस्ती होती हैं, जिससे निजी कंपनियों के यूजर बेस को नुकसान होने की संभावना है।
BSNL का बड़ा ऐलान
BSNL India ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा,
"इस अगस्त, बीएसएनएल नेक्स्ट लेवल डिजिटल एक्सपीरियंस पेश करने जा रहा है। बीएसएनएल की गेम चेंजिंग डिजिटल यात्रा के लिए तैयार रहें।"
यह घोषणा संकेत देती है कि कंपनी 5G सर्विस के साथ टेलीकॉम सेक्टर में एक बड़ा बदलाव लाने की योजना बना रही है। BSNL की सस्ती और विश्वसनीय सेवाओं के चलते यह लॉन्च ग्राहकों के बीच उत्साह पैदा कर सकता है।
सरकार का समर्थन और रिव्यू मीटिंग्स
सरकार ने BSNL और MTNL को पुनर्जनन (रिवाइवल) करने के लिए ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में संसद में जानकारी दी कि भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में पहली बार BSNL की रिव्यू मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें वे स्वयं और केंद्रीय संचार राज्यमंत्री शामिल थे।
इसके तहत अब हर महीने एक रिव्यू मीटिंग होगी, जिसकी अध्यक्षता संचार राज्यमंत्री करेंगे। वहीं, तिमाही आधार पर होने वाली रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे। इन बैठकों में निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दिया जाएगा:
मोबाइल सर्विस में इनोवेशन: नई तकनीकों और सेवाओं को लागू करना।
डिसेंट्रलाइज्ड डिसीजन मेकिंग: तेज और प्रभावी निर्णय लेने की प्रक्रिया।
सर्किल-स्पेसिफिक प्रोग्रेस: विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की निगरानी।
ARPU बढ़ाने पर जोर: कंपनी को अपने औसत रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) को बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया है।
निजी कंपनियों पर असर
BSNL की 5G सर्विस के लॉन्च से निजी टेलीकॉम कंपनियों को कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है। BSNL की सस्ती दरें और सरकारी समर्थन इसे ग्राहकों के लिए आकर्षक विकल्प बना सकते हैं। विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में, जहां BSNL का नेटवर्क पहले से ही मजबूत है, यह लॉन्च निजी कंपनियों के लिए चुनौती बन सकता है।
