- भारत,
- 10-Aug-2023 01:57 PM IST
Rajasthan News: राजस्थान की महिलाओं को आज से मुफ्त स्मार्टफोन देने की शुरुआत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के बिरला सभागार से की। इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना का उद्धाटन करते हुए गहलोत ने कि आज एक बजट घोषणा पूरी होने जा रही है। इससे स्पष्ट होता है कि हम केवल वादा नहीं करते निभाते भी हैं। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में सेमीकंडक्टर चिप की कमी है इस कारण मोबाइल नहीं बन रहे हैं। इसलिए अलग-अलग फेज में मोबाइल दिए जाएंगे। पहले फेज में 40 लाख महिलाओं को मोबाइल बांटने का लक्ष्य रखा है। वहीं, अगले फेज में 80 लाख मोबाइल दिए जाएंगे।बिरला सभागार में मोबाइल लेने पहुंची लाभार्थी लड़कियों ने बताया- मोबाइल से पढ़ाई करने में मदद मिलेगी। कॉलेज के सभी मैसेज मिल पाएंगे। हमारे डाउट्स क्लीयर हो पाएंगे।ग्रामीण महिलाओं को बहुत सपोर्ट मिलेगा। सरकार की योजनाओं के बारे में भी पता चलेगा। आज से ही जिला स्तर पर भी स्मार्टफोन बांटने की शुरुआत हुई है।ये रेवड़ियां नहीं हैं- गहलोतगहलोत ने कहा यह स्मार्टफोन महिलाओं को मजबूत सशक्त बनाएगा और यह महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है। मोदी और बीजेपी के लोग कहते हैं कि रेवड़ियां बांट रहे हैं। ये रेवड़ियां नहीं है, यह महिला सशक्तिकरण के लिए दिया है।उन्होंने कहा कि 2030 तक राजस्थान देश के टॉप राज्यों की श्रेणी में आकर खड़ा हो जाए इसके लिए हम सब से सुझाव लेंगे। साल 2030 में कौन मुख्यमंत्री रहेगा यह अलग बात है लेकिन हमें प्रदेश के अग्रणी पंक्ति में लाकर खड़ा करना है।मोबाइल पर आएगा मैसेजइस योजना के तहत पहले चरण में जिन 40 लाख महिलाओं को फोन बांटे जाएंगे, उनकी कैटेगरी निर्धारित कर ली गई है। डिपार्टमेंट ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी (डीओआईटी) की तरफ से इन महिलाओं को उनके जनाधार से लिंक मोबाइल नंबरों पर मैसेज भेजने शुरू कर दिए हैं।जिन महिलाओं के पास मोबाइल पर मैसेज आए हैं, वह अपने नजदीक के शिविर में जाकर मोबाइल ले सकती है। ये शिविर हर जिले में ये सरकारी स्कूलों, कॉलेजों, सामुदायिक केन्द्र और राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर लगाए जाएंगे।स्मार्टफोन लेने के लिए ये है प्रक्रियाशिविर में सबसे पहले आईजीएसवाई पोर्टल पर लाभार्थी की ई-केवाईसी की जाएगी। केवाईसी होने के बाद लाभार्थी के मोबाइल फोन पर जनाधार ई-वॉलेट इंस्टॉल किया जाएगा।इसके बाद लाभार्थी के पैन कार्ड की डिटेल आईजीएसवाई पोर्टल पर दर्ज करने के बाद तीन प्रकार के फॉर्म प्रिंट करके उसे दिए जाएंगे।लाभार्थी इन फॉर्म को लेकर मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी के काउंटर पर जाकर सिम और डाटा प्लान का चयन करेगा। इसके बाद मोबाइल कंपनी के काउंटर पर जाकर अपनी इच्छा अनुसार मोबाइल फोन का चयन करेगा।इन सबके बाद भरे हुए फॉर्म को लेकर लाभार्थी अगले काउंटर पर जाएगा, जहां भरे हुए दस्तावेजों को स्कैन कर आईजीएसवाई पोर्टल पर दर्ज किए जाएंगे।यह प्रक्रिया पूरी होते ही लाभार्थी के ई-वॉलेट में 6800 रुपए (6125 रुपए फोन खरीदने और 675 रुपए सिम व डाटा प्लान खरीदने के लिए) ट्रांसफर किए जाएंगे, जिससे वह मोबाइल फोन और सिम कार्ड खरीदेगा।रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए ये दस्तावेज जरूरीलाभार्थी को शिविर में आते समय अपने साथ अपना जनाधार कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और जनाधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नंबर वाला लाना आवश्यक होगा। अध्ययनरत छात्राएं अपने साथ आईडी कार्ड/एनरोलमेंट कार्ड, विधवा नारी को पीपीओ साथ लाना होगा। अगर किसी के पास पैन कार्ड नहीं है, तो उससे मौके पर फार्म-60 भरवाया जाएगा।सस्ता फोन खरीदने पर ई-वॉलेट में रहेंगे पैसेसरकार की ओर से मोबाइल हैंडसेट खरीदने के लिए 6125 रुपए और सिम कार्ड मय डाटा प्लान खरीद के लिए 675 रुपए देगी। अगर कोई लाभार्थी 5999 रुपए कीमत का फोन खरीदता है तो शेष 126 रुपए उसके ई-वॉलेट में ही रहेंगे। जिसे वह अपने हिसाब से कहीं भी उपयोग कर सकेगा। इसी तरह अगर कोई लाभार्थी 6125 रुपए से महंगा मोबाइल हैंडसेट खरीदता है तो उसे डिफरेंस राशि अपनी जेब से देनी होगी।पहले चरण में इन महिलाओं को प्राथमिकता
- सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक पढ़ने वाली छात्राओं।
- सरकारी उच्च शिक्षण संस्थानों, कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राएं, जो ग्रेजुएशन या आईटीआई कर रही हो।
- विधवा व एकल नारी जो सरकार से सामाजिक पेंशन प्राप्त कर रही हो।
- मनरेगा योजना के तहत पिछले साल 100 दिन का रोजगार पूरा करने वाले परिवार की महिला मुखिया।
- इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत 50 दिन का रोजगार पूरा करने वाले परिवार की महिला मुखिया।
