Zoom News : Dec 20, 2020, 04:29 PM
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई मेट्रो कार शेड परियोजना पर राजनीतिक गतिरोध पर चर्चा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आमंत्रित किया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि दुर्भाग्य से, अदालत में हमारे खिलाफ कौन गया? केन्द्रीय सरकार! मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी केंद्र सरकार की कोई परियोजना होती है, हम बिना किसी विवाद के जमीन देते हैं। अगर वे हमारी परियोजनाओं का विरोध करते हैं तो हमें भी उनकी परियोजनाओं जैसे बुलेट ट्रेन का विरोध करना चाहिए। यह जमीन केंद्र या राज्य की नहीं है, यह लोगों की है। केंद्र और राज्य को बैठकर इसका हल निकालना चाहिए।बता दें कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई उपनगर जिला कलेक्टर के आदेश पर कांजुरमार्ग में मेट्रो के निर्माण के लिए 102 एकड़ जमीन देने पर रोक लगा दी थी। न्यायालय ने फरवरी में अगली सुनवाई तक इस भूमि पर किसी भी निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है। उद्धव ठाकरे सरकार ने इस भूमि को कांजुरमार्ग से आरे की ओर जाने वाली मेट्रो तक ले जाने के लिए चुना था, केंद्र और राज्य सरकार इससे बहुत चिंतित हैं।केंद्र ने इस जमीन पर अपना दावा ठोक दिया है और इस जमीन को मेट्रो कार शेड के लिए आवंटित करने के फैसले के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हाईकोर्ट के फैसले पर बीजेपी ने कहा था कि उद्धव ठाकरे की सरकार को अपने अहंकार को किनारे रखकर आरे में नक्काशी का निर्माण शुरू करना चाहिए।