जयपुर:राजस्थान के सियासी संग्राम के स्थायी समाधान की ओर अब कांग्रेस तेजी से बढ़ रही है। प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जबकि बोर्ड, निगम, आयोग में नियुक्तियों के लिए नामों पर भी चर्चा की जा रही है। इसके अलावा जिलाध्यक्षों की नियुुक्ति फिलहाल नहीं होगी। वहीं राजस्थान के लिए गठित की गई तीन सदस्यीय कमेटी में अहमद पटेल की जगह जल्द ही अंबिका सोनी को लाने की तैयारी चल रही है। उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शनिवार शाम को दिल्ली पहुंच गए हैं।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट की बगावत से उठा सियासी संग्राम के स्थायी समाधान का प्रयास लगातार चल रहा है। प्रदेश में पंचायत चुनाव में हार के बाद आलाकमान ने संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए। इसके तहत जल्द ही प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की जा सकती है। पार्टी के अधिकृत सूत्रों का कहना है कि कार्यकारिणी को ज्यादा बड़ा नहीं रखा जाएगा। सभी नेताओं से राय-मशविरा के बाद यह नियुक्ति होंगी। इसमें संतुलन नजर आएगा। संगठन को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए अधिकांश पदों पर वरिष्ठ नेताओं को मिल सकते हैं। वहीं जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए एक महीने का इंतजार करना पड़ सकता है।
जिलों में भेजेंगे पर्यवेक्षक:
सूत्रों ने बताया कि पीसीसी का गठन करने के तत्काल बाद जिलों के लिए प्रभारी व पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। उनके फीडबैक के अनुसार जिलाध्यक्षों की नियुक्ति होगी।
पायलट पर होगा जल्द फैसला:
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पटेल के निधन के चलते तीन सदस्यीय कमेटी का काम मंद पड़ गया था। उनकी जगह जल्द ही किसी और नेता को नियुक्त किया जा रहा है। इसमें अंबिका सोनी का नाम सबसे आगे हैं। इसके बाद सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों की शिकायतों पर तत्काल फैसले होंगे। उन्होंने कहा कि सियासी घटनाक्रम के बाद पायलट ने संयम बरता है। उन्हें हम रोड पर नहीं छोडऩे वाले हैं। जल्द ही पायलट को लेकर पार्टी कोई फैसला कर लेगी।
डोटासरा पहुंचे दिल्ली:
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद डोटासरा पहली बार दिल्ली आए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि वह रविवार को प्रभारी अजय माकन व महासचिव रणदीप सुरजेवाला से मिल सकते हैं। इस दौरान प्रदेश कार्यकारिणी और राजनीतिक नियुक्तियों पर चर्चा की जाने की संभावना है। हालांकि डोटासरा ने बताया कि वह निजी कार्यक्रम से आए हैं।