Vikrant Shekhawat : Nov 06, 2020, 07:53 AM
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में, कांग्रेस ने गुर्जर समाज और जयपुर ग्रेटर दोनों नगर निगमों में गुर्जर समाज से मेयर प्रत्याशी बनाया है, गुर्जर कार्ड खेल रहे हैं। जयपुर हेरिटेज से मुनेश गुर्जर और ग्रेटर कांग्रेस से दिव्या सिंह गुर्जर को महापौर उम्मीदवार बनाया गया है। उधर, बीजेपी ने भी ग्रेटर से सौम्या गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है। गुर्जर आंदोलन और सचिन पायलट फैक्टर को भी कांग्रेस के गुर्जर कार्ड के पीछे बताया जा रहा है। मौजूदा हालात से यह तय है कि पार्टी चाहे कोई भी जीते, जयपुर में दो मेयर गुर्जर समाज के ही होंगे।कांग्रेस ने दो और भाजपा ने एक निगम में गुर्जर कार्ड खेला है। अब स्थिति यह है कि दोनों पार्टियों में, राजधानी के दो में से किसी भी नगर निगम के उम्मीदवार मेयर गुर्जर समाज के उम्मीदवार होंगे। जयपुर हेरिटेज में कुल 100 वार्ड हैं। यहां कांग्रेस के पास खुद के 47 वार्ड हैं। कांग्रेस का दावा है कि उसे 8 निर्दलीय पार्षदों का समर्थन भी प्राप्त है। इस संबंध में, उनके पास कुल 55 पार्षद हैं, जो बहुमत के आंकड़े से 51 से 4 अधिक है। ऐसे में विरासत में मुनीष गुर्जर का मेयर बनना लगभग तय है।बीजेपी के पास ग्रेटर में बहुमतजयपुर ग्रेटर नगर निगम में कांग्रेस और भाजपा दोनों के उम्मीदवार गुर्जर समाज से हैं। बीजेपी के पास ग्रेटर में बहुमत है। बीजेपी उम्मीदवार सौम्या गुर्जर की जीत लगभग तय है, लेकिन भले ही कांग्रेस बीजेपी खेमे में सेंध लगाकर भारी तोड़फोड़ करे, लेकिन गुर्जर समाज का मेयर बनना तय है। इस निगम से, कांग्रेस ने दिव्य सिंह गुर्जर को मैदान में उतारा। इस निगम में 150 वार्ड हैं। इनमें से बीजेपी ने 88 वार्डों में और कांग्रेस ने 47 वार्डों में जीत दर्ज की है। इसलिए, गुर्जर मेयर विरासत और ग्रेटर दोनों में बनेगा, चाहे कोई भी पार्टी जीत जाए।