Zoom News : Nov 03, 2022, 10:22 PM
China : कोरोना की वजह से इस समय सबसे ज्यादा हाहाकार चीन में ही मचा हुआ है। वहीं कोरोना वायरस के ओरिजिन को लेकर भी चीन पर ही सवाल उठते रहे हैं। अब अमेरिका की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोविड-19 चीन के ही लैब से निकला था। यह रिपोर्ट अमेरिका सीनेट कमेटी ने जारी की है। इस रिपोर्ट का शीर्षक है, 'कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति का विश्लेषण।' इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हो सकता है जानबूझकर वायरस को जन्म ना दिया गया हो लेकिन यह मानवीय भूल, मशीनी खराबी, किसी जानवर पर प्रयोग का परिणाम हो सकता है। सीनेट की हेल्थ एजुकेशन, लेबर ऐंड पेंशन कमेटी का कहना है कि वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरॉलजी ही इस वायरस के लीक होने का संदिग्ध ग्राउंड जीरो है। शोध के दौरान सावधानी ना रखने की वजह से ऐसा हुआ था। ट्रांसमिशन के पैटर्न का विश्लेषण करने के बाद कमेटी ने कहा है कि जानवरों से ही यह तेजी से फैला है और वुहान के सीफूड मार्केट से इसका प्रसार तेजी से हुआ। यह रिपोर्ट वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरॉलजी के सुरक्षा के मानकों और एपिडेमियोलॉजी के विश्लेषण के आधार पर जारी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वुहान के इंस्टिट्यूट में भविष्य की महामारियों से सुरक्षा के लिए रिसर्च चल रही थी। यह इंस्टिट्यूट 2004 से ही रिसर्च कर रहा था। इस क्षेत्र में चमगादड़ों में SARS मिला था और कोरोना वायरस इससे ही मिलता-जुलता था। बताया जाता है कि इसी सार्स-कोव-2 वायरस को रिसर्च के लिए लैब में लाया गया था। इसके बाद यह लैब से लीक हो गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि सार्स कोव 2 वायरस जानवरों में फैल रहा था और फिर इंसानों में पहुंचा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भले ही सीफूड मार्केट से वायरस फैला लेकिन यह जानवरों से नहीं बल्कि इंसानों से ही फैला था। यहां सबसे पहले वायरस का प्रसार शुरू हुआ। इससे पहले यह बहुत सारे लोगों में प्रवेश कर चुका था। सीफूड मार्केट से पहले ऐसा ही केस इंस्टिट्यूट के पास से भी आया था।