Coronavirus / कोरोना से ठीक होने के बाद लोगों में दिखें ये पांच लक्षण

Zoom News : Jan 22, 2021, 08:32 PM
Coronavirus: दुनिया कोरोना महामारी से उबरने की लगातार कोशिश कर रही है। हालांकि फिर भी संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। दुनियाभर में अब तक इस वायरस से नौ करोड़ 80 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 21 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि भारत समेत कई देशों में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहे हैं। भारत में तो कोरोना के संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि जो लोग ठीक हो चुके हैं, उनमें से अब अधिकतर लॉन्ग कोविड के लक्षणों से पीड़ित हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि आम तौर पर कोरोना से पीड़ित व्यक्ति दो हफ्ते में ठीक हो जाता है, लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो इस बीमारी को नहीं झेल सकते हैं। द लैंसेट नामक पत्रिका में प्रकाशित एक नए अध्ययन के मुताबिक, कोरोना से उबरने के बाद लोगों को लंबे समय तक ये पांच लक्षण दिखाई देते रहते हैं। 

गंभीर थकान 

किसी भी बीमारी या वायरल संक्रमण से उबरने के बाद हमारा शरीर ठीक होने में समय लेता है और लोग अक्सर जल्दी थक जाते हैं। कोरोना से पीड़ित मरीजों के साथ भी ऐसा ही होता है। ठीक होने के बाद उन्हें गंभी थकान महसूस होती है, लेकिन दिक्कत ये है कि ये थकान छह महीने तक भी रह सकती है। आपकी थकान की गंभीरता और लंबी अवधि यह बताती है कि आप लॉन्ग कोविड से पीड़ित हैं। 

मांसपेशियों में दर्द या सूजन  

विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना के संक्रमण से उबरने के बाद कई मरीजों को लंबे समय तक मांसपेशियों में दर्द या सूजन का सामना करना पड़ता है। दरअसल, वायरस स्वस्थ ऊतकों पर हमला करता है जो पूरे शरीर में मौजूद होते हैं जिसके परिणामस्वरूप मांसपेशियों में दर्द, सूजन और कमजोरी हो जाती है। इस लक्षण के कारण कई लोगों में पीठ दर्द और जोड़ों में दर्द की भी शिकायत रहती है। 

अनिद्रा 

कोरोना से ठीक हो चुके कई मरीजों को पर्याप्त नींद या आराम करने में भी कठिनाई होती है। शोध में यह पाया गया है कि नींद की कमी यानी अनिद्रा भी लॉन्ग कोविड का एक लक्षण है, जो कोरोना से उबरने में बाधा उत्पन्न करता है।  

मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां 

इटली के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, कोरोना के संक्रमण से ठीक हो चुके कुछ लोगों ने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में भी शिकायत की है। लोग डिप्रेशन (अवसाद), स्मृति हानि (मेमोरी लॉस), पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस विकार (PTSD) और मूड विकारों से पीड़ित हैं।

चिंता 

द लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, कोरोना से ठीक हो चुके कई लोगों ने चिंता या घबराहट की भी शिकायत की है, जो लंबे समय तक रह सकता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को अपने शरीर को पूरी तरह ठीक करने के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए, ताकि वो पहले की तरह ही बिल्कुल ठीक हो जाएं और साथ ही आपको डॉक्टर से भी सलाह लेनी चाहिए। 

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