वैक्सीन / कोविड-19 से 93% सुरक्षा देती है कोविशील्ड, मृत्युदर को 98% तक कम करती है: अध्ययन

Zoom News : Jul 28, 2021, 07:21 AM
नई दिल्ली: नीति आयोग से सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कोरोना महामारी के इस दौर में बहुत ही राहत देनेवाली जानकारी साझा की है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कोविशील्ड वैक्सीन कोरोना वायरस से 93 फीसदी तक सुरक्षा प्रदान करती है। वहीं इसका डोज लेने से कोरोना से होने वाली मौत के मामले में 98 फीसदी तक कमी होती है। वैसे उन्होंने ये भी कहा कि टीका लगवाने से संक्रमण कम होता है, लेकिन बचाव की पूर्ण गारंटी नहीं है। फिर भी इसकी उपयोगिता बहुत ज्यादा है। कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप की वजह से तेजी से फैली कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान सशस्त्र सेना चिकित्सा महाविद्यालय (AFMC) ने इससे जुड़ी एक स्टडी की थी। उसी का हवाला देते हुए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने अध्ययन के नतीजे पेश किए।

यह अध्ययन 15 लाख चिकित्सकों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों पर किया गया। उन्होंने कहा, “जिन लोगों को कोविशील्ड टीका लगाया गया, उनमें 93 प्रतिशत तक सुरक्षा देखी गई। और यह दूसरी लहर के दौरान था, जो डेल्टा वायरस की वजह से फैली थी। इसी तरह मृत्युदर में भी 98 प्रतिशत की कमी देखी गई।”

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और कुछ क्षेत्र चिंता का विषय बने हुए हैं। साथ ही उन्होंने ये भी स्पष्ट किया, “कोई टीका यह गारंटी नहीं देता कि संक्रमण नहीं होगा लेकिन गंभीर बीमारी रोकी जाती है और लगभग खत्म हो जाती है। मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि कृपया सजगरहें, सतर्क रहें और हमारे टीकों पर भरोसा रखने के साथ ही आने वाले हफ्तों और महीनों को लेकर सावधान रहें।"

बाकी है दूसरी लहर का असर

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में अभी 22 जिले ऐसे हैं जहां पिछले 4 हफ्तों में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। इनमें केरल के 7 जिले, मणिपुर के 5 जिले, मेघालय के 3 जिले, अरुणाचल प्रदेश के 3 जिले, महाराष्ट्र के 2 जिले, असम का 1 जिला, त्रिपुरा का 1 जिला शामिल है। देश में 62 जिले ऐसे हैं जहां 100 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। लव अग्रवाल ने आगे कहा कि वैश्विक नजरिए से देखें तो महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। दुनिया भर में मामलों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इसलिए हमें सख्ती के साथ वायरस के प्रसार को रोकने पर काम करना होगा।

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