लोकल न्यूज़ / दिल्ली-जयपुर हाईवे पूर्णतया बंद...जानिए

Vikrant Shekhawat : Dec 25, 2020, 06:17 PM
  • शुक्रवार दोपहर से दूसरी लेन भी बंद हो गई, वाहनों को डायवर्ट किया
  • अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर पर लगातार बढ़ रही है किसानों की संख्या

अलवर के शाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर पर किसान आंदोलन तेज हो गया है। आंदोलनकारियों की बढ़ती संख्या और किसानों के दिल्ली कूच की आशंका को देखते हुए शुक्रवार दोपहर 2 बजे हरियाणा पुलिस ने जयपुर-दिल्ली हाइवे की दूसरी लेन को भी बंद कर दिया। शाहजहांपुर बॉर्डर पर 12 दिसंबर से हाइवे पर किसान डटे हुए हैं। लेकिन, अभी तक जयपुर से दिल्ली जाने वाली लेन ही बंद थी। शुक्रवार दोपहर को हाईवे की दिल्ली-जयपुर वाली लेन पर भी हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया। वाहनों को बावल की तरफ से डायवर्ट कर दिया। ऐसे में बॉर्डर पर हाइवे की दोनों लेन बंद हो गई।


जयपुर-दिल्ली लेन पर करीब दो किलोमीटर तक किसान आंदोलन का फैलाव है। किसानों के टेंट और वाहन खड़े हैं। वहीं दिल्ली-जयपुर लेन को बंद करने के बाद उस पर भी किसान आ गए हैं। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर हाइवे की दूसरी लेन को बंद किया है। किसानों ने हाइवे जाम नहीं किया। किसान दिल्ली कूच न कर पाए, इसलिए शाहजहांपुर खेड़ा बॉर्डर पर बैरियर लगा दिए गए हैं।


बनीवाल ने कहा था- 26 को दो लाख किसान आएंगे:


26 दिसम्बर को सांसद हनुमान बेनीवाल दो लाख किसानों के साथ शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर आने की बात कही थी। इस संबंध में गुरुवार को उन्होंने जयपुर में जनसंपर्क भी किया था। ऐसे में आशंका है कि शनिवार को बड़ी संख्या में किसानों को लेकर बॉर्डर पर पहुंच सकते हैं। माना जा रहा है कि ऐसे में स्थिति बिगड़ सकती है। इसलिए एहतियात के तौर पर एक दिन पहले ही हरियाणा पुलिस ने हाइवे को बंद कर दिया।


तीन घेरे में पुलिस जवान तैनात:


शाहजहांपुर बॉर्डर से लेकर हरियाणा की तरफ करीब 1500 से अधिक पुलिस और सशस्त्र बल के जवान लगे हैं। ताकि किसान यहां से आगे नहीं जा सकें। दूसरी तरफ किसान अब दोनों तरफ के रोड पर आ खड़े हाे गए हैं। बॉर्डर पर एक तरफ पुलिस ही पुलिस दिख रही है तो दूसरी तरफ किसान और उनके टेंट व वाहन खड़े नजर आते हैं। अब हालात ये हैं कि एक भी वाहन दिल्ली की तरफ नहीं जा सकता और न ही आ सकता है।


मुम्बई से भी पहुंचे किसान:

दरअसल में शुक्रवार को बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मुम्बई से किसान आए हैं। अलवर सहित आसपास के जिलों से जाट समाज के काफी किसान आ गए। वहीं, अहीर सेना से जुड़े किसान व आमजन भी पहुंचे हैं। इस कारण शुक्रवार को भीड़ बढ़ती देख हरियाणा सरकार ने पहले ही बैरियर लगा दिए। ताकि किसान आगे नहीं जा सकें।


बड़े नेता भी अलवर आने लगे:

शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर किसान आंदोलन तेजी से आगे बढ़ने लगा है। जिसे देखते हुए अब प्रदेश व केन्द्र के बड़े नेताओं को रुख भी इधर हो गया है। शुक्रवार को राज्य सभा सांसद भूपेन्द्र यादव ने खैरथल के किशनगढ़बास रोड पर किसान चौपाल की। वहीं पूर्व सांसद डॉ करण सिंह यादव ने कृषि कानूनों के विरोध में बहरोड़ में किसानों से मुलाकात की। वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल भी अलवर में किसानों के साथ अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में जुटे हुए हैं।


गहलोत व पायलट सही दिशा में किसानों की लड़ाई लड़ें:

राज्यसभा सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र यादव ने खैरथल के किशनढ़बास रोड पर किसान चौपाल में पहुंचे। यहां किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कृषि कानूनों के बारे जानकारी दी। यादव ने कहा कि ये कानून किसानों के हित में हैं। इनके दूरगामी परिणाम किसानों को बड़ा फायदा देंगे। प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को लेकर कहा कि इन नेताओं को भी किसानों के हित में सही लड़ाई लड़ने की जरूरत है। किसानों को बहकाने से उनका फायदा नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए ही ये कानून लेकर आए गए हैं।

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