Paralympic Games / देवेंद्र पैरालंपिक में तीन पदक जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बने

Zoom News : Aug 31, 2021, 12:40 AM

राजस्थान के देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो पैरालिंपिक में भाला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीता है। देवेंद्र ने पूरे विश्व में भारत की आहट को रोशन किया है। देवेंद्र 3 ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। इससे पहले देवेंद्र 2004 एथेंस ओलंपिक में गोल्ड और 2016 रियो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।


पत्नी और कोच के माध्यम से देवेंद्र का मनोबल टूटा। मोटिवेट देवेंद्र झाझरिया की पत्नी मंजू ने बताया कि पिछले दो साल से देवेंद्र लगातार ओलिंपिक की तैयारी में लगा था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ओलिंपिक रद्द होने की खबर ने देवेंद्र को निराश कर दिया था। इसके बाद उनके परिवार वालों और देवेंद्र के कोच ने लगातार उनका हौसला बढ़ाया। देवेंद्र फिर से ओलिंपिक की तैयारी में लग गए। वह क्लोजिंग 1 साल के लिए आते ही डोमेस्टिक बेस्ट में आ गए थे। आखिरकार, देवेंद्र ने पदक के साथ घरेलू स्तर पर डिलीवरी की।


मेडल ने वादा निभाया था कि देवेंद्र की पत्नी मंजू ने टोक्यो पैरालंपिक से पहले देवेंद्र को हैट्रिक बनाकर पदक वापस लाने का वादा किया था। हालांकि इस बार उनके पास सिल्वर मेडल के बारे में एक मध्यम टीज़ है, हालाँकि, मुझे लगता है कि देवेंद्र का सिल्वर मेरे लिए गोल्ड है। हम भी देवेंद्र के प्रदर्शन से खुश होंगे।


व्यायाम साइकिल ट्यूब सिलेंडर को ऊपर उठाते हुए भाई देवेंद्र अरविंद ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को तीसरी बार ओलंपिक में बीए मेडल दिलाना बहुत बड़ी बात है। देवेंद्र ने अब न केवल रिश्तेदारों के अपने सर्कल को रोशन किया है बल्कि राजस्थान और भारत भी अखाड़े के मंच पर हैं। इसके पीछे उनकी मेहनत भी रही है। कोरोना के बाद जब सब कुछ थम गया था, देवेंद्र को भी कई बार व्यायाम छोड़ना पड़ा, लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी और गांव जाने के रास्ते से ही तैयारी शुरू कर दी। इसके लिए देवेंद्र कभी-कभी सिलेंडर उठाकर एक्सरसाइज करते थे तो कभी स्ट्रेचिंग के लिए साइकिल की ट्यूब का सहारा लेते थे। उन्होंने मिनिमल सिस्टम में सबसे ज्यादा अभ्यास किया और खुद को फिट रखा। इसी का नतीजा है कि देवेंद्र को एक बार फिर मेडल मिला है।


मां ने कहा- बेटा फिर पदक जीतेगा, जबकि उसकी मां भी देवेंद्र की जीत से काफी खुश है। उन्होंने कहा कि देवेंद्र ने अब परिवार का नहीं बल्कि दुनिया के अंदर राजस्थान के आह्वान का भी सम्मान किया है। ऐसे में मुझे लगता है कि अगले ओलिंपिक में भी देवेंद्र फिर से मेडल जीतकर भारत का गौरव बढ़ाएंगे।

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