सीकर / बिजली की 33 हजार केवी लाइन लगाने के मामले में हुआ विवाद, महिला ने फांसी लगाने का प्रयास

Zoom News : Dec 15, 2019, 05:06 PM
सीकर | सदर थाना इलाके के रामपुरा गांव में बिजली के 33000 केवी लाइन के लिए खंभा लगाने के मामले में दो पक्षों में विवाद के चलते प्रशासन को भारी पुलिस जाब्ता तैनात करना पड़ा बिजली विभाग की ओर से खंभे लगाने की प्रक्रिया के विरोध में  झाबरमल के परिजनों ने  विरोध स्वरूप तीन जने पेड़ पर चढ़ गए इसमें से एक महिला ने फांसी लगाने की कोशिश की जिसे लोगों ने बचा लिया इसके बाद उसे घायल अवस्था में सीकर रैफर किया गया  4 घंटे बाद महिला व दो अन्य को पेड़ से नीचे उतरे। फिर समझाइस कर  तीनो को  नीचे उतारा औरमामला करीबन  9 साल  पुराना है  दरअसल रामपुरा में जीएसएस स्वीकृत होने के बाद में बिजली की लाइन खींचने का काम शुरू किया गया।

 2013 में  जब लाइन खींची जा रही थी तो झाबरमल ने  नक्शे के अनुसार लाइन खींचने की मांग की  जब बिजली विभाग के अधिकारियों ने लाइन नहीं खींची तो इस प्रकरण को न्यायालय में ले गए जिसे न्यायालय में स्थगन दे दिया गया उसके बाद झाबरमल का आरोप है कि कुछ लोगों के दबाव में यह लाइन जबरन उसके खेत में से निकालने की कोशिश की जा रही है जबकि उसके खेत में फसल खड़ी है और यह नक्शे के अनुसार भी लाइन नहीं खींची जा रही।

झाबरमल ने  बताया कि नक्शे के अनुसार लाइन खींची जाए जबकि दबाव में बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी दबाव बनाकर जबरन उसके खेत से लाइन निकालना चाहते हैं  वही विरोध के चलते  रामपुरा के झाबरमल के खेत के पास भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है फिलहाल  उपखंड अधिकारी राजपाल यादव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र शर्मा प्रशिक्षु आईपीएस वंदिता राणा बिजली विभाग के अधिकारी महेश टीबड़ा विरोध करने वालों को समझाइश  बिजली के खम्बे रोपे  ओर गति रोड समाप्त हुआ।

पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद दोनों पक्षों में सहमति बनी और लाइन खींचने का काम शुरू हो गया हालांकि पुलिस और प्रशासन को दिनभर काफी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन आखिरकार दोनों पक्षों को प्रशासन समझाने में कामयाब रहा पेड़ पर चढ़े लोगों को उतार लिया गया अधिशासीी अभियंता महेश देवड़ा ने बताया कि पावर हाउस से 6 गांव को फायदा होगा जो गतिरोध 2 दिन से बना हुआ था  वह समझा इसके बाद  समाप्त हो गया  और पूरे दिन भर रामपुरा गांव छावनी बना रहा आरएसी के जवान और दो थानों की पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद रहा आखिरकार देर शाम को समझाइश के बाद सुबह से चल रहा मामला शांत हुआ तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली।

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