परीक्षा पे चर्चा / अपने बच्चों पर अपने मूल्य थोपने का प्रयास न करें: पीएम मोदी माता-पिता से

Zoom News : Apr 08, 2021, 08:59 AM
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के तहत छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ संवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के चलते इस बार आपसे (छात्रों से) वर्चुअल मोड से बातचीत करनी पड़ रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए। प्रधानमंत्री के ये सक्सेस मंत्र जीवन भर काम आएंगे। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी के 10 सक्सेस मंत्र...

पेरेंट्स को बच्चों के साथ अधिक समय बिताना चाहिए। उन्हें घर में तनावमुक्त माहौल देना चाहिए। परीक्षा जीवन में महज एक पड़ाव है। यह सब कुछ नहीं है। इसे लेकर डरने की कोई जरूरत नहीं है। परीक्षा के नतीजों से बच्चों की प्रतिभा का आकलन नहीं करना चाहिए। 

सफल व्यक्ति हर विषय में पारंगत नहीं होता। वह किसी एक विषय में एक्सपर्ट बनता है। किसी विषय का मुश्किल लगना आपकी असफलता नहीं है। आप उसे विषय से भागें नहीं। उसे समय दें। शिक्षक विद्यार्थियों को टोकें रोकें नहीं। प्रोत्साहित करें। 

उन कामों की लिस्ट बनाएं जो कभी आपको मुश्किल लगा करती थीं, लेकिन अब आप उन्हें बेहद आसानी से कर लेते हैं। जब आप उस लिस्ट को पढ़ेंगे तो आपको वो चीजें मुश्किल लगेंगी ही नहीं।

खाली समय, इसको खाली मत समझिए, ये खजाना है। खाली समय एक सौभाग्य है, आपकी दिनचर्या में खाली समय के पल होने ही चाहिए, वरना जिंदगी रोबोट जैसी हो जाती है।

कठिन चीजोंं को पहले करने का प्रयास करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री बना तो मुझे भी शुरू में कई मुश्किल चीजों का सामना करना पड़ता था। मैं अपनी सुबह कठिन चीजों से करना पसंद करता हूं। मुश्किल से मुश्किल चीजें अफसर मेरे सामने लेकर आते हैं, मैं उन्हें फौरन समझ लेता हूं, निर्णय करने की दिशा में आगे बढ़ता हूं।

बच्चों पर अपने मूल्य थोपने का प्रयास न करें। बल्कि मूल्यों को खुद जीकर बच्चों को प्रेरित करने का प्रयास करें। जब आप इन मूल्यों को पुराण, हमारे इतिहास, पुरखों की बातों से जोड़ें। तब बच्चे इनसे प्रेरित होंगे, उनके आचार व्यवहार में मूल्यों को उतारना आसान हो जाएगा। 

करियर में शॉर्टकट मारना कई बार अंधकार की शुरुआत होता है। जीवन में शॉर्टकट लेने से बचना चाहिए।

जीवन में सपने देखना बहुत जरूरी है लेकिन सपना सिर्फ लें नहीं, बल्कि उसे सच करने का संकल्प लें। आपको सोचना चाहिए कि आप अपने किस सपने को अपना संकल्प बनाना चाहेंगे। सपना सिर्फ लें नहीं, बल्कि उसे सच करने का संकल्प लें। बड़े सपने रखने हैं और देश के लिए सोचना है।

चीजों को याद करने की बजाय जीने की कोशिश करें। विद्यार्थी कभी यह नहीं सोचें कि वह चीजों को भूल जाते हैं। चीजों को सहजता और सरलता के साथ लें। क्षण में इनवोल्व हों।

Vocal for Local को जीवन मंत्र बनाएं। हमें अपने भारत को आत्मनिर्भर बनाना है। ये एक ऐसा एग्जाम है जिसमें हमें शत- प्रतिशत मार्क्स लेकर पास होना ही है।

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