Bihar Elections Exit poll / एग्जिट पोल में नीतीश कुमार से आगे निकले तेजस्वी यादव, 44 फीसदी लोगों की पसंद बने

Zoom News : Nov 07, 2020, 08:27 PM
Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने सत्ता पर काबिज होने के लिए पुरजोर कोशिश की है। इस चुनाव में विभिन्न पार्टियों के चार अलग-अलग गठबंधन और छह मुख्यमंत्री पद के चेहरे चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव में बाजी कौन मारेगा, ये 10 नंवबर को तय होगा, लेकिन एग्जिट पोल में मुख्यमंत्री पद के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ही पहली पसंद बनाकर उभरे हैं, जबकि मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार बिहार की जनता की दूसरी पसंद बने हैं। 

 मुख्यमंत्री पद के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बिहार के 44 फीसदी लोगों की पसंद बने हैं। तेजस्वी के राजनीतिक ग्राफ में तेजी से इजाफा हुआ है। वहीं, इस रेस में नीतीश कुमार पीछे हैं। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के तौर पर 35 फीसदी लोगों ने अपनी पंसद बताया है। हालांकि, बिहार का पूरा चुनाव इन्हीं दोनों नेताओं के इर्द-गिर्द सिमटा रहा है। यह नीतीश कुमार के लिए काफी बड़ा झटका माना जा रहा है। 

बिहार में 43 फीसदी महिलाओं ने भी सीएम के तौर पर तेजस्वी के अपनी पंसद बतायी है जबकि 42 फीसदी महिलाएं ही नीतीश को समर्थन दिया है। ऐसे ही पुरुषों के आंकड़े को देखें तो 37 फीसदी ने नीतीश को अपनी पसंद बतायी है तो तेजस्वी को 44 फीसदी पुरुषों ने सीएम के तौर पर अपना समर्थन दिया है।

युवाओं में तेजस्वी का क्रेज तो बुजुर्गों का भरोसा नीतीश पर उम्र के लिहाज से देखें तो युवाओं की पसंद तेजस्वी यादव बने तो बुजुर्गों का भरोसा नीतीश कुमार पर कायम है। 18 से 25 साल के उम्र के 47 लोग तेजस्वी के साथ हैं तो 34 फीसदी नीतीश कुमार के साथ। 26 से 35 साल के उम्र के लोगों 36 फीसदी नीतीश के साथ तो 47 फीसदी तेजस्वी के साथ हैं। वहीं, 36 से 50 साल के उम्र के लोगों की बात करें तो 42 फीसदी लोग नीतीश के साथ जबकि 41 फीसदी तेजस्वी के साथ। ऐसे ही 51 से 60 साल के उम्र की बातें करें तो 45 फीसदी की पंसद नीतीश है और 40 फीसदी तेजस्वी को चाहते हैं। 60 साल के ज्यादा उम्र के लोगों में देखें तो 48 फीसदी की पंसद नीतीश है और महज 38 फीसदी की पंसद तेजस्वी बन सकें हैं।

चिराग पासवान को महज 7 फीसदी

वहीं, एनडीए से नाता तोड़कर अकेले चुनाव मैदान में उतरने वाले एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान के नाम पर महज 7  फीसदी लोग ही मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी सहमति जताई है। हालांकि, बिहार में सीएम के रूप में तीसरे नेता के तौर पर पसंद बनकर उभरे हैं। चिराग पासवान ने बिहार की 243 सीटों में से 135 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, जिनमें से ज्यादातर जेडीयू के खिलाफ प्रत्याशी उतारे थे। 

ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट (JDSF) में मुख्यमंत्री का चेहरा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के प्रमुख उपेंद्र कुशावहा थे, जिन्हें बसपा से लेकर असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM तक ने समर्थन दिया था। ऐसे में एग्जिट पोल के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा को बिहार के 4 फीसदी लोग ही सीएम के तौर पर देखना चाहते है। आरएलएसी ने 99 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। 

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