Zoom News : Sep 12, 2021, 02:01 PM
मेरठ: उत्तर प्रदेश के बिजनौर में खो-खो की नेशनल खिलाड़ी रह चुकी युवती की शुक्रवार को बेरहमी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। युवती ने हत्यारों से यूं ही हार नहीं मानी। उसने खूब संघर्ष किया, जिसकी गवाही उसकी नाक से बहता खून और टूटा हुआ दांत दे रहा था। हालांकि इस संघर्ष के बावजूद वह जिंदगी की जंग हार गई। शहर की एक कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय युवती खो-खो की बेहतरीन खिलाड़ी रही। इस कारण उसे एक दंरिदे द्वारा काबू करने की बात पर विश्वास ही नहीं किया जा सकता। घटना स्थल पर युवती जब परिजनों को मिली तो उसकी नाक से खून बह रहा था। उसके साथ इतनी मारपीट हुई कि उसका एक दांत भी टूटा हुआ था। उसी के दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया गया। इससे अंदाजा लग रहा है कि हत्यारों के साथ युवती भिड़ गई थी और विरोध करने पर दरिंदों ने उसके साथ मारपीट की।जिस स्थान पर युवती की लाश मिली, उसके पास से होकर ही युवती की कॉलोनी के लोग आते-जाते रहते हैं। जब युवती की ताई उधर से गुजरी तो उसने उसे कुछ दूर स्लीपर गार्डर के बीच पड़े देखा। जिसे देखते ही होश उड़ गए। जैसे-तैसे उसने परिवार को सूचना दी, तुरंत परिजनों के साथ वहां भीड़ लग गई। जहां युवती का शव मिला, उसका बैग भी पास में ही पड़ा था। वहीं इस मामले में पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर सीमा मामले में उलझ गई। जिससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।नशेड़ी हो सकते हैं हत्यारेप्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना स्थल के पास नशीले इंजेक्शनों के रेपर, सिरींज पड़ी हुई थी। एक टिफिन भी मिलना बताया जा रहा है, जिसमें कुछ खाना भी था। अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां बैठने वाले कुछ लोगों का हाथ हत्या में हो सकता है। वहीं नशेड़ी भी इस घटना को अंजाम दे सकते हैं।घंटों बाद भी दर्ज नहीं हुई रिपोर्ट खो-खो की नेशनल खिलाड़ी की हत्या के मामले में शाम तक रिपोर्ट दर्ज न होने पर पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए। रिपोर्ट दर्ज करने का मामला सीमा विवाद में उलझ कर रह गया। कोतवाली पुलिस इसे जीआरपी का एवं जीआरपी इसे कोतवाली पुलिस का कार्य क्षेत्र बताकर पल्ला झाड़ रही है। युवती के परिजन परेशान हैं कि रिपोर्ट कैसे दर्ज हो।आपको बता दें कि शुक्रवार दोहर दो बजे युवती की ताई जब किसी काम से रेलवे स्टेशन के सामने रखे स्लीपर गार्डर के बीच से होकर निकल रही थी तो उसे किसी की कराहट की आवाज सुनाई दी। उसने पास जाकर देखा तो युवती वहां लहूलुहान हालत में पड़ी थी। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। अधिवक्ताओं केडी सिंह, राजेंद्र सिंह, दिपेंद्र सिंह, सूर्य कुमार के अनुसार परिजन जिस थाने में चाहें रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं अगर यह घटना स्थल रिपोर्ट दर्ज करने वाले थाने क्षेत्र से बाहर है, तो इस रिपोर्ट को संबंधित थाने को विवेचना के लिए भेजा जा सकता है।सीमा विवाद में उलझा मामलाजहां नेशनल खिलाड़ी की हत्या होने के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई, वहीं कोतवाली शहर पुलिस और पुलिस अधिकारी सीमा जीआरपी क्षेत्र में होने के चलते जांच के नाम पर खानापूर्ति करते नजर आए। हालांकि डॉग स्क्वायड और शहर कोतवाली पुलिस मौके पर जरूर पहुंची, लेकिन मामला जीआरपी क्षेत्र का होना बताकर कुछ देर बाद ही वहां से चले आए।हालात यह रहे कि न तो जीआरपी अधिकारी कई घंटे बाद तक इसमें कुछ पड़ताल कर सके और सिविल पुलिस अपना पल्ला झाड़कर वहां से चली आई। डीआईजी शलभ माथुर शुक्रवार को जिले में ही थे। इस हत्या ने पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़े कर दिए। पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी कैमरेसीसीटीवी कैमरों के मुताबिक दोपहर 11:46 बजे युवती जाती दिखाई दी है। इसके बाद करीब 01:46 बजे वह आती हुई दिखाई दे रही है। उसके साथ न जाते समय कोई व्यक्ति है और न ही आते समय दिखाई दे रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि घटना लौटते समय हुई है। घटना की सूचना पर कोतवाली शहर पुलिस को भेजा गया था। यह मामला जीआरपी क्षेत्र का है, इसलिए उसी स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। डाग स्क्वायड टीम और कोतवाली शहर पुलिस को भेजकर मामले की जांच कराई गई थी। - डॉ. धर्मवीर सिंह, एसपी, बिजनौरजब मुझे घटना का पता चला तो मैं टीम के साथ बिजनौर के लिए रवाना हो गया। शाम के समय यहां पहुंचा हूं। अभी हम ही मुकदमा दर्ज कर रहे हैं। - सरवेज खां, जीआरपी प्रभारी