Gold Price Today / गोल्ड ने खोला गिरावट का 'पंजा', दिल्ली में 2,100 रुपए सस्ता हुआ सोना

दिल्ली में सोने की कीमतें लगातार पांचवें दिन गिरीं, जिसमें कुल 2,110 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को 99.9% शुद्धता वाला सोना 300 रुपये टूटकर 98,600 रुपये रह गया। ईरान-इज़राइल सीजफायर के बाद भू-राजनीतिक तनाव घटा, जिससे सुरक्षित निवेश की मांग कम हुई

Gold Price Today: देश की राजधानी दिल्ली में इस हफ्ते सोने की कीमतों ने निवेशकों को चौंका दिया है। लगातार पांचवें दिन कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे अब तक कुल मिलाकर 2,110 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आ चुकी है। हैरानी की बात यह है कि जब वैश्विक बाजारों में जियोपॉलिटिकल टेंशन के चलते सोने की कीमतें बढ़ रही थीं, तब दिल्ली में इसके विपरीत गिरावट देखी गई।

क्या है गिरावट की वजह?

विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट की प्रमुख वजह ईरान और इजराइल के बीच हालिया सीजफायर है, जिससे भू-राजनीतिक जोखिमों में अस्थायी राहत मिली है। यही वजह है कि सुरक्षित निवेश के रूप में पहचाने जाने वाले गोल्ड की मांग में थोड़ी नरमी आई।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट कमोडिटी सौमिल गांधी ने बताया, “बाजार में मिले-जुले संकेत हैं, लेकिन फिलहाल सोना सीमित दायरे में ही कारोबार कर रहा है। युद्धविराम से बाजार की धारणा कुछ हद तक सुधरी है।”

दिल्ली में आज का भाव

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, बुधवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 99.9% शुद्धता वाला गोल्ड 300 रुपये टूटकर 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं 99.5% शुद्धता वाला सोना 250 रुपये गिरकर 98,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।

इसी के साथ, चांदी की कीमतें भी बड़ी गिरावट के साथ 1,100 रुपये घटकर 1,03,100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति

वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें मामूली गिरावट के साथ 3,322.56 डॉलर प्रति औंस पर रहीं। इसका संकेत है कि भले ही भू-राजनीतिक तनाव बना हुआ हो, लेकिन फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कोई बड़ा उछाल नहीं दिख रहा है।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड जतिन त्रिवेदी का मानना है कि निवेशक अब फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल की आगामी टिप्पणी, अमेरिकी GDP आंकड़ों और कोर पीसीई मूल्य सूचकांक जैसे डेटा का इंतजार कर रहे हैं।

अबन्स फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता ने कहा कि आने वाले दिनों में व्यापारिक तनाव और भू-राजनीतिक जोखिम फिर से केंद्र में आ सकते हैं, जिससे बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी। साथ ही, कच्चे तेल की कीमतों में दबाव और डॉलर की चाल भी सोने की दिशा तय करेंगे।