IND vs SA T20 Cancelled / शशि थरूर ने तिरुवनंतपुरम में मैच कराने का उठाया सवाल, अखिलेश यादव ने भी साधा निशाना

लखनऊ में भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच घने कोहरे और वायु प्रदूषण के कारण रद्द कर दिया गया. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बेहतर AQI के लिए तिरुवनंतपुरम में मैच कराने का सुझाव दिया, जबकि अखिलेश यादव ने प्रदूषण के लिए भाजपा सरकार को घेरा.

लखनऊ में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाला चौथा टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच घने कोहरे और खराब दृश्यता के कारण रद्द कर दिया गया, जिससे देश भर के क्रिकेट प्रेमियों में गहरी निराशा छा गई. यह बहुप्रतीक्षित मुकाबला बुधवार को लखनऊ के प्रतिष्ठित भारत रत्न. श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाना था. मैच रद्द होने के इस अप्रत्याशित फैसले के बाद, राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई, जहां कांग्रेस सांसद शशि थरूर और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जैसे प्रमुख नेताओं ने इस घटना पर अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कीं और मैच के आयोजन स्थल के चुनाव तथा पर्यावरणीय स्थितियों पर गंभीर सवाल उठाए.

शशि थरूर का तिरुवनंतपुरम में मैच कराने का सुझाव और बीसीसीआई पर तंज

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लखनऊ में इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी के फैसले पर सीधे तौर पर सवाल उठाया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक विस्तृत पोस्ट साझा करते हुए अपनी चिंता व्यक्त की और थरूर ने कहा कि क्रिकेट प्रशंसक लखनऊ में भारत-दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट मैच के शुरू होने का व्यर्थ ही इंतजार कर रहे थे, क्योंकि उत्तर भारत के अधिकांश शहरों में व्याप्त घने कोहरे और अत्यधिक वायु प्रदूषण के कारण दृश्यता इतनी खराब थी कि एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन संभव ही नहीं था. उन्होंने विशेष रूप से लखनऊ के लिए 411 के उच्च AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) का उल्लेख किया, जो हवा की गुणवत्ता को 'गंभीर' श्रेणी में रखता है और मानवीय स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है.

थरूर ने तंज कसते हुए सुझाव दिया कि इस मैच को तिरुवनंतपुरम में आयोजित किया जाना चाहिए था, जहां AQI लगभग 68 है. यह आंकड़ा 'संतोषजनक' श्रेणी में आता है और खेल आयोजनों के लिए कहीं अधिक अनुकूल वातावरण प्रदान करता है. थरूर का यह बयान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की मैच आयोजन स्थलों के चयन प्रक्रिया पर एक सीधा हमला था, खासकर ऐसे समय में जब उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान कोहरा और प्रदूषण एक आम समस्या है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बेहतर योजना और पर्यावरणीय कारकों पर विचार करके ऐसी निराशाजनक स्थितियों से बचा जा सकता था.

अखिलेश यादव ने प्रदूषण और भाजपा सरकार पर साधा निशाना

मैच रद्द होने की खबर सामने आते ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष. और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए इस घटना को दिल्ली के प्रदूषण के लखनऊ तक पहुंचने का परिणाम बताया. अखिलेश यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि मैच रद्द होने की मुख्य वजह केवल सामान्य कोहरा या फॉग नहीं. है, बल्कि यह 'स्मॉग' है, जो औद्योगिक और वाहन प्रदूषण के कारण उत्पन्न होने वाला एक गंभीर वायुमंडलीय मिश्रण है. उन्होंने इस स्थिति के लिए सीधे तौर पर भाजपा सरकार की नीतियों और पर्यावरण प्रबंधन में उसकी कथित विफलता को जिम्मेदार ठहराया. यादव ने आरोप लगाया कि सरकार ने पर्यावरण संबंधी चिंताओं को नजरअंदाज किया है, जिसके परिणामस्वरूप शहरों में वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है.

अखिलेश यादव ने अपनी आलोचना को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में लखनऊ की शुद्ध हवा और हरियाली सुनिश्चित. करने के लिए जो पार्क और हरित क्षेत्र विकसित किए गए थे, भाजपा सरकार अब वहां भी 'इवेंटबाजी' करवाकर उन्हें बर्बाद करना चाहती है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह न तो इंसान के स्वास्थ्य की परवाह करती है और न ही पर्यावरण के संरक्षण के प्रति गंभीर है और यादव ने व्यंग्यात्मक लहजे में लखनऊ के निवासियों से कहा, "मुंह ढक लीजिए कि आप लखनऊ में हैं," जो शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण की गंभीर और चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है. यह टिप्पणी न केवल प्रदूषण के स्तर पर प्रकाश डालती है, बल्कि सरकार की अक्षमता पर भी कटाक्ष करती है. अखिलेश ने अपनी पोस्ट के साथ दो तस्वीरें भी साझा कीं, जो संभवतः लखनऊ की प्रदूषित हवा या उनके द्वारा बनवाए गए पार्कों की स्थिति को दर्शाती होंगी, हालांकि उन तस्वीरों का विशिष्ट विवरण उपलब्ध नहीं है.

मैच रद्द होने का विस्तृत घटनाक्रम

भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच टी20 मैचों की श्रृंखला का चौथा मैच बुधवार, 17. दिसंबर को लखनऊ के अत्याधुनिक भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेलना था. मैच शुरू होने से पहले ही मैदान पर घने कोहरे की चादर बिछ गई, जिससे टॉस में बार-बार देरी होती रही. मैच अधिकारियों और अंपायरों ने कई बार मैदान का निरीक्षण किया. उन्होंने दृश्यता के स्तर का आकलन करने और खेल को सुरक्षित रूप से शुरू करने की संभावनाओं का पता लगाने की कोशिश की. हालांकि, कोहरे की सघनता कम नहीं हुई और दृश्यता इतनी खराब बनी रही कि खिलाड़ियों की सुरक्षा और खेल की निष्पक्षता सुनिश्चित करना असंभव हो गया और अंततः, कई घंटों के इंतजार और आकलन के बाद, अंपायरों ने भारी मन से मैच को रद्द करने का फैसला सुनाया. इस निर्णय से स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों और टेलीविजन पर मैच का इंतजार कर रहे लाखों प्रशंसकों को निराशा हुई, जिन्होंने एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद की थी.

उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और बीसीसीआई के आयोजन स्थल चयन पर सवाल

इन दिनों पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और मैदानी इलाकों में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाया रहना एक सामान्य बात है. ऐसे मौसम की स्थिति के बावजूद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज के. तीन मैचों का आयोजन न्यू चंडीगढ़, धर्मशाला और लखनऊ जैसे उत्तर भारतीय शहरों में करने का निर्णय लिया था. न्यू चंडीगढ़ और धर्मशाला में मैच तो सफलतापूर्वक संपन्न हो गए, लेकिन लखनऊ में होने वाला मैच कोहरे और स्मॉग के कारण रद्द हो गया. बीसीसीआई के इस फैसले पर अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर जैसे प्रमुख हस्तियों द्वारा गंभीर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. यह घटना भविष्य में ऐसे बड़े खेल आयोजनों के लिए स्थानों के चयन में मौसम और पर्यावरणीय कारकों पर अधिक सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता पर जोर देती है, ताकि खिलाड़ियों और प्रशंसकों दोनों के लिए एक सुरक्षित और सुखद अनुभव सुनिश्चित किया जा सके. इस रद्द हुए मैच ने न केवल खेल प्रेमियों को निराश किया, बल्कि देश में वायु प्रदूषण और शहरी नियोजन की चुनौतियों पर भी एक बार फिर बहस छेड़ दी है.