Gold Price Today / सोने की चमक फीकी पड़ी, कीमतें गिरीं; चांदी में उछाल जारी

13 नवंबर को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि चांदी की तेजी बरकरार रही। दिल्ली में 24 कैरेट सोना 125650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। विशेषज्ञों ने 2026 तक सोने के 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का अनुमान लगाया है।

भारतीय आभूषण बाजार में सोने की चमक थोड़ी फीकी पड़ गई है। लगातार तेजी के बाद 13 नवंबर को सोने के दामों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि चांदी ने अपनी तेजी को बरकरार रखा। राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव 125650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जो कल के मुकाबले थोड़ा नीचे है। वहीं, 22 कैरेट गोल्ड 115190 रुपये प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच कीमती धातुओं में उतार-चढ़ाव आम बात है, लेकिन लंबी अवधि में सोने की चमक बरकरार रहने की उम्मीद है।

सोने की कीमतों में ब्रेक: क्या है वजह?

पिछले कुछ दिनों से सोने के दामों में आई तेजी पर 13 नवंबर को विराम लग गया। दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव बढ़कर 125650 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, लेकिन अन्य शहरों में भी मामूली गिरावट देखी गई। विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर नजर रखने और डॉलर इंडेक्स के मजबूत होने से जुड़ी हो सकती है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर सोने की मांग मजबूत बनी हुई है, खासकर भौगोलिक तनावों के चलते।

भारतीय बाजार में सोने की कीमतें न केवल घरेलू मांग पर निर्भर करती हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार के हाजिर भाव पर भी। आज सोने का वैश्विक भाव लगभग 2,650 डॉलर प्रति औंस के आसपास घूम रहा है, जो रुपये के कमजोर होने से भारतीय खरीदारों के लिए महंगा साबित हो रहा है।

शहरवार सोने की लेटेस्ट कीमतें

देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में मामूली अंतर देखा जा रहा है, जो लोकल टैक्स, मेकिंग चार्ज और मांग पर आधारित है। नीचे दी गई तालिका में 13 नवंबर 2025 के लेटेस्ट रेट्स दिए गए हैं (प्रति 10 ग्राम):

शहर                    22 कैरेट सोने का आज का भाव (₹)24 कैरेट सोने का आज का भाव (₹)
दिल्ली115190 125650
मुंबई115040125500
अहमदाबाद115090125550
चेन्नई115040125500
कोलकाता115040125500
हैदराबाद115040125500
जयपुर115190125650
भोपाल115090125550
लखनऊ115190125650
चंडीगढ़115190125650

नोट: ये कीमतें स्थानीय ज्वैलर्स के औसत भाव पर आधारित हैं। वास्तविक खरीद-फरोख्त में 2-5% का अंतर हो सकता है। पुणे और बेंगलुरु में भी 24 कैरेट गोल्ड 125500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है, जबकि 22 कैरेट 115040 रुपये पर।

चांदी में तेजी का सिलसिला जारी

सोने के उलट, चांदी ने गुरुवार को भी अपनी तेजी बरकरार रखी। दिल्ली में चांदी का भाव 162100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है, जो कल के मुकाबले करीब 1% ऊपर है। वैश्विक बाजारों में चांदी का हाजिर भाव 0.86% की बढ़त के साथ 51.66 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। इंडस्ट्रियल डिमांड, जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर पैनल्स में चांदी के इस्तेमाल से इसकी कीमतें मजबूत हो रही हैं।

भारतीय बाजार में चांदी की कीमतें सोने से जुड़ी रहती हैं, लेकिन आज यह स्वतंत्र रूप से चमक रही है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि छोटे निवेशक चांदी में डिप बायिंग का मौका तलाशें, क्योंकि अगले कुछ महीनों में इसकी कीमतें 55 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती हैं।

वैश्विक बैंक क्या कह रहे हैं? सोने का सुनहरा भविष्य

कीमती धातुओं के बाजार में निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। प्रमुख वैश्विक बैंक सोने के लिए आकर्षक पूर्वानुमान जता रहे हैं। ब्लूमबर्ग की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, जेपी मॉर्गन प्राइवेट बैंक का अनुमान है कि 2026 में सोना 5000 डॉलर प्रति औंस के स्तर को छू सकता है। बैंक के ग्लोबल हेड ऑफ मैक्रो एंड फिक्स्ड इनकम स्ट्रेटजी, एलेक्स वुल्फ ने कहा, "2026 के अंत तक गोल्ड की कीमतें 5,200 से 5,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं।" यह अनुमान मुद्रास्फीति, भू-राजनीतिक जोखिमों और सेंट्रल बैंक खरीदारी पर आधारित है।

इसी तरह, गोल्डमैन सैक्स ने दिसंबर 2026 तक सोने को 4,900 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचने का पूर्वानुमान लगाया है। ऑस्ट्रेलियाई बैंक ANZ का मानना है कि अगले साल के मध्य तक यह 4,600 डॉलर के स्तर पर होगा। ये पूर्वानुमान बताते हैं कि सोना लंबे समय में सुरक्षित निवेश बना रहेगा, खासकर जब स्टॉक मार्केट में अस्थिरता हो।

निवेशकों के लिए टिप्स: स्मार्ट तरीके से खरीदें

  • सोना: गिरावट का फायदा उठाकर 24 कैरेट खरीदें, लेकिन मेकिंग चार्ज पर नजर रखें। डिजिटल गोल्ड ऐप्स जैसे Groww या PhonePe पर कम लागत में निवेश करें।
  • चांदी: तेजी के बावजूद, 50-52 डॉलर प्रति औंस पर डिप्स में एंटर करें। सिक्कों या बार्स में निवेश बेहतर।
  • जोखिम: वैश्विक फैक्टर्स जैसे US इलेक्शन परिणाम या तेल कीमतें प्रभाव डाल सकती हैं। हमेशा डायवर्सिफाई करें।