संसद के दोनों सदनों में SIR और वोट चोरी के आरोपों। के मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन भारी हंगामा देखने को मिला। विपक्ष अपनी मांगों पर अड़ा रहा, जिसके कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों में कामकाज बाधित हुआ। विपक्षी सदस्यों ने 'वोट चोर- गद्दी छोड़' जैसे नारे लगाए, जिससे कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा।
विपक्ष ने SIR के मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग की है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस विषय को 'अत्यंत आवश्यक' बताया, यह कहते हुए कि इस मामले में 12-13 लोगों की जान जा चुकी है। विपक्ष का तर्क है कि यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर तुरंत ध्यान देने की। आवश्यकता है और इस पर संसद में तुरंत बहस होनी चाहिए ताकि समाधान निकाला जा सके।
सरकार चर्चा के लिए तैयार, पर शर्तें नहीं
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष की मांगों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार SIR और चुनावी सुधारों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को कोई समय-सीमा नहीं थोपनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार विभिन्न विपक्षी दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ चर्चा कर रही है और जल्द ही इस पर फैसला होगा। सरकार का मानना है कि चर्चा बिना किसी पूर्व शर्त के होनी चाहिए ताकि एक सार्थक परिणाम निकल सके।
'SIR' शब्द पर संभावित सहमति
सूत्रों के अनुसार, विपक्ष ने सुझाव दिया है कि यदि सरकार 'SIR' शब्द का उपयोग नहीं करना चाहती है, तो वह 'इलेक्टोरल रिफॉर्म' या किसी अन्य उपयुक्त नाम का उपयोग करके विषय को कार्यवाही में सूचीबद्ध कर सकती है। इस तर्क पर सरकार सहमत हो सकती है और बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में अपना रुख रखेगी। यह कदम गतिरोध को तोड़ने में सहायक हो सकता है और दोनों पक्षों को एक साझा मंच पर ला सकता है।
वंदे मातरम् पर व्यापक चर्चा की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार 'वंदे मातरम्' के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य। में सदन में इस विषय पर 10 घंटे की लंबी चर्चा करा सकती है। यह बहस 8 दिसंबर को हो सकती है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी हिस्सा लेने की संभावना है और 30 सितंबर को राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सत्तारूढ़ दल के कई सदस्यों ने इस चर्चा का प्रस्ताव रखा था, जिसे अब मूर्त रूप दिया जा रहा है।
गतिरोध तोड़ने के लिए स्पीकर की पहल
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने SIR पर चर्चा की विपक्ष की मांग को लेकर सदन में जारी गतिरोध को तोड़ने के लिए मंगलवार को पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई। यह बैठक दोपहर 3 बजे स्पीकर के चैंबर में हुई। इससे पहले, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी राजनीतिक दलों के सदन नेताओं से मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने चुनावी सुधारों पर। चर्चा के लिए कोई समय-सीमा बताने से इनकार कर दिया था, यह तर्क देते हुए कि विपक्ष सरकार पर अपनी शर्तें थोप नहीं सकता।
संसद की कार्यवाही स्थगित
SIR पर बहस की मांग को लेकर विपक्ष के लगातार विरोध के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई और अब यह 3 दिसंबर सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगी। सरकार ने दोहराया है कि वह बिना कोई समय सीमा तय किए सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। लोकसभा में 9 दिसंबर को SIR पर और 8 दिसंबर को वंदे मातरम् पर। बहस होगी, जिससे आने वाले दिनों में संसद में महत्वपूर्ण चर्चाएं होने की उम्मीद है।