Champions Trophy 2025 / CT 2025 में रचा गया इतिहास, इससे पहले ये बड़ा चमत्कार कभी नहीं हुआ

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर नया इतिहास रच दिया। इब्राहिम जादरान (177 रन) और जो रूट (120 रन) के शतकों के बीच टूर्नामेंट में 11वां शतक दर्ज हुआ, जो अब तक का रिकॉर्ड है। अफगानिस्तान की जीत ने उसे सेमीफाइनल की दौड़ में बनाए रखा।

Champions Trophy 2025: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन करीब आठ साल बाद फिर से किया जा रहा है, और इस बार नए कीर्तिमान बन रहे हैं, जो टूर्नामेंट के इतिहास में पहले कभी नहीं बने। हर मैच के साथ नए रिकॉर्ड दर्ज हो रहे हैं, और अब इंग्लैंड और अफगानिस्तान के बीच हुए मुकाबले ने इसे और रोमांचक बना दिया है।

अफगानिस्तान की ऐतिहासिक जीत

अफगानिस्तान की टीम ने इंग्लैंड को हराकर इतिहास रच दिया। किसी को उम्मीद नहीं थी कि अफगानिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड को बाहर कर देगी, लेकिन शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने यह कर दिखाया। इस मैच के दौरान एक और अनोखा रिकॉर्ड बना, जो पहले कभी चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं हुआ था।

इब्राहिम जादरान और जो रूट के शतक

अफगानिस्तान की जीत में सबसे बड़ी भूमिका इब्राहिम जादरान ने निभाई। बतौर सलामी बल्लेबाज उन्होंने 146 गेंदों में 177 रनों की जबरदस्त पारी खेली, जिसमें 12 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उनकी इस पारी की बदौलत अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को 326 रनों का लक्ष्य दिया। इंग्लैंड की ओर से जो रूट ने भी शानदार शतक लगाया और 111 गेंदों में 120 रन बनाए।

टूटा 2002 और 2017 का रिकॉर्ड

इस मैच में बने रिकॉर्ड्स में एक अहम कीर्तिमान यह रहा कि इस टूर्नामेंट में अब तक कुल 11 शतक लग चुके हैं। इससे पहले 2002 और 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा 10 शतक लगे थे, लेकिन इस बार यह रिकॉर्ड भी टूट गया।

2006 की चैंपियंस ट्रॉफी में कुल 7 शतक लगे थे, जबकि 2000 और 2009 में सिर्फ 6 शतक दर्ज हुए थे। अभी लीग चरण ही चल रहा है और जिस गति से बल्लेबाज खेल रहे हैं, उसे देखते हुए यह आंकड़ा 15 या उससे भी अधिक पहुंच सकता है।

इंग्लैंड टूर्नामेंट से बाहर, अफगानिस्तान की उम्मीदें बरकरार

अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को 8 रनों से हराया। इंग्लैंड को जीत के लिए 326 रनों की जरूरत थी, लेकिन उनकी पूरी टीम 317 रन बनाकर आउट हो गई। इस हार के साथ इंग्लैंड का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना खत्म हो गया है, जबकि अफगानिस्तान की उम्मीदें अभी भी कायम हैं। आने वाले मुकाबले और भी रोमांचक हो सकते हैं, क्योंकि टीमें सेमीफाइनल की दौड़ में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।

इस जीत से अफगानिस्तान की टीम ने दुनिया को दिखा दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं और बड़ी टीमों को मात देने का दम रखते हैं। अब देखना यह होगा कि क्या वे सेमीफाइनल तक का सफर तय कर पाते हैं या नहीं।