भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 22 नवंबर से गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। यह मुकाबला भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद खास होने वाला है, क्योंकि भारत अपने घरेलू मैदान पर 300वें टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा। यह एक ऐसा ऐतिहासिक क्षण होगा जब भारत क्रिकेट के इतिहास में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे दिग्गजों की सूची में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने 300 या उससे अधिक टेस्ट मैचों की मेजबानी की है। यह सीरीज का दूसरा और निर्णायक मुकाबला है, जिसमें भारतीय टीम पर सीरीज बराबर करने का दबाव होगा, क्योंकि पहला टेस्ट कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका ने 30 रनों से जीता था।
गुवाहाटी का ऐतिहासिक टेस्ट पदार्पण
बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम, गुवाहाटी, पहली बार किसी टेस्ट मैच की मेजबानी करने जा रहा है। इससे पहले इस स्टेडियम में केवल एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (वनडे) और ट्वेंटी-20 (टी20) मुकाबले ही खेले गए हैं। इस स्टेडियम का टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण भारतीय क्रिकेट के 300वें घरेलू टेस्ट के साथ होना इसे और भी यादगार बना देगा और यह न केवल गुवाहाटी के लिए बल्कि पूरे असम राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो अब टेस्ट क्रिकेट के मानचित्र पर अपनी जगह बना रहा है।
300 टेस्ट मैचों की मेजबानी करने वाला तीसरा देश भारत
विश्व क्रिकेट में अब तक केवल दो देश ही ऐसे हैं जिन्होंने 300 या उससे अधिक टेस्ट मैचों की मेजबानी की है। इस सूची में सबसे ऊपर क्रिकेट के जन्मदाता इंग्लैंड का नाम है, जिसने 566 टेस्ट मैचों की मेजबानी की है। दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है, जिसने 450 टेस्ट मैचों की मेजबानी की है और अब भारत इस प्रतिष्ठित सूची में तीसरा देश बनने जा रहा है, जो 300 टेस्ट मैचों की मेजबानी का आंकड़ा छूएगा। यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट की लंबी और गौरवशाली यात्रा का प्रमाण है, जो दशकों से टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा दे रहा है और उसे पोषित कर रहा है।
टेस्ट क्रिकेट में मेजबानी का रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक मैचों की मेजबानी करने वाले देशों की सूची में भारत का नाम अब और भी प्रमुखता से दर्ज होगा। वर्तमान में, इंग्लैंड 566 टेस्ट मैचों के साथ शीर्ष पर है, उसके बाद ऑस्ट्रेलिया 450 टेस्ट मैचों के साथ दूसरे स्थान पर है और भारत 299 टेस्ट मैचों की मेजबानी कर चुका है, और गुवाहाटी टेस्ट के साथ यह आंकड़ा 300 तक पहुंच जाएगा। इस सूची में वेस्टइंडीज 270 टेस्ट मैचों और दक्षिण अफ्रीका 254 टेस्ट मैचों के साथ भारत के बाद आते हैं। यह आंकड़ा भारतीय क्रिकेट की वैश्विक स्थिति और टेस्ट प्रारूप के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सीरीज में भारतीय टीम की चुनौती
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया पहला टेस्ट मैच केवल तीन दिनों में समाप्त हो गया था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने 30 रनों से जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली थी। इस हार के बाद, गुवाहाटी में होने वाला दूसरा टेस्ट मैच भारतीय टीम के लिए 'करो या मरो' का मुकाबला बन गया है और सीरीज को बराबर करने और अपनी घरेलू धरती पर दबदबा बनाए रखने के लिए टीम इंडिया को इस मैच में शानदार प्रदर्शन करना होगा। यह मैच न केवल एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है,। बल्कि भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती भी है।
शुभमन गिल की चोट और कप्तानी का संकट
पहले टेस्ट मैच के दौरान भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल गर्दन में खिंचाव की समस्या के कारण मुकाबले के बीच में ही मैदान से बाहर हो गए थे और उनकी चोट की गंभीरता को देखते हुए, दूसरे टेस्ट मैच से पहले उनका पूरी तरह से फिट होना मुश्किल लग रहा है। यह भारतीय टीम के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि गिल टीम के एक महत्वपूर्ण बल्लेबाज और कप्तान हैं। उनकी अनुपस्थिति में टीम को एक नए नेतृत्वकर्ता की आवश्यकता होगी, जो इस महत्वपूर्ण मुकाबले में टीम का मार्गदर्शन कर सके।