भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज का तीसरा मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसमें भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से मात दी। इस महत्वपूर्ण जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 1-1 की बराबरी। हासिल कर ली है, जिससे आगामी मुकाबले और भी दिलचस्प हो गए हैं। यह मुकाबला होबार्ट में खेला गया था, जहां भारतीय बल्लेबाजों ने 187 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया। अब सीरीज का चौथा मुकाबला 6 नवंबर को गोल्ड कोस्ट में खेला जाएगा, जिस पर सभी की निगाहें टिकी होंगी।
भारत की शानदार जीत और सीरीज में बराबरी
होबार्ट के मैदान पर 187 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 18. 3 ओवर में ही 5 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। इस जीत के नायक वॉशिंगटन सुंदर रहे, जिन्होंने मात्र 23 गेंदों में 49 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें कई महत्वपूर्ण चौके और छक्के शामिल थे और उनके साथ जितेश शर्मा ने भी अंत तक टिके रहकर 13 गेंदों में 22 रन बनाए और विजयी चौका लगाकर भारत को जीत दिलाई। यह जीत न केवल सीरीज में बराबरी के लिए महत्वपूर्ण थी, बल्कि इसने टीम के आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। भारतीय टीम ने एक मजबूत लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी बल्लेबाजी गहराई और संयम का प्रदर्शन किया।
ऑस्ट्रेलिया की पारी: टिम डेविड और स्टोइनिस का तूफानी प्रदर्शन
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने पारी को संभाला। ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 186 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। इस पारी के मुख्य आकर्षण टिम डेविड और मार्कस स्टोइनिस रहे, जिन्होंने भारतीय गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किया। टिम डेविड ने मात्र 38 गेंदों में 8 चौके और 5 छक्कों की मदद से तूफानी 74 रन बनाए। वहीं, मार्कस स्टोइनिस ने भी 39 गेंदों में 8 चौके और 2 छक्कों के साथ 64 रनों की आक्रामक पारी खेली और इन दोनों बल्लेबाजों की विस्फोटक पारियों ने ऑस्ट्रेलिया को एक सम्मानजनक और चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया।
भारतीय गेंदबाजों का शुरुआती दबदबा
ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। अर्शदीप सिंह ने अपने शुरुआती दो ओवरों में ही ट्रेविस हेड और। जोश इंग्लिस जैसे महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटके दिए। अर्शदीप सिंह ने कुल 3 विकेट झटके, जो उनकी बेहतरीन गेंदबाजी का प्रमाण था। उनके अलावा, वरुण चक्रवर्ती ने भी 2 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिससे ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम पर दबाव बना रहा। शिवम दुबे को भी एक सफलता मिली, जिसने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की विविधता को दर्शाया। इन शुरुआती सफलताओं ने ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर की ओर बढ़ने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की बल्लेबाजी
187 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने की और दोनों ने पहले विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी कर टीम को एक ठोस शुरुआत दी। अभिषेक शर्मा ने 16 गेंदों में 25 रन बनाए, जबकि शुभमन गिल ने 12 गेंदों में 15 रन का योगदान दिया और कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी अपनी आक्रामक शैली का प्रदर्शन करते हुए मात्र 11 गेंदों में 24 रन बनाए, जिससे रन रेट बरकरार रहा। तिलक वर्मा ने भी 26 गेंदों में 29 रन की उपयोगी पारी खेली, जिससे टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचने में मदद मिली। इन सभी बल्लेबाजों के योगदान ने भारत की जीत की नींव रखी।
सुंदर और जितेश की मैच जिताऊ साझेदारी
जब भारत को जीत के लिए कुछ महत्वपूर्ण रनों की आवश्यकता थी, तब वॉशिंगटन सुंदर और जितेश शर्मा ने मोर्चा संभाला। वॉशिंगटन सुंदर ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। उन्होंने 23 गेंदों में 49 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें संयम और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण था और उनके साथ जितेश शर्मा ने भी दबाव में शानदार प्रदर्शन किया और 13 गेंदों में 22 रन बनाकर नाबाद रहे। जितेश शर्मा ने 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाकर भारत को 5 विकेट से जीत दिलाई, जिससे सीरीज में बराबरी हो गई। यह साझेदारी मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई और इसने भारतीय टीम की जीत सुनिश्चित की।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी का विश्लेषण
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भी भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन वे अंततः सफल नहीं हो पाए। नाथन एलिस ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 3 विकेट झटके। उन्होंने भारतीय पारी को कुछ झटके दिए, लेकिन वे भारत को जीत से रोकने में नाकाम रहे। अन्य ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को भी विकेट मिले, लेकिन वे भारतीय बल्लेबाजों को पूरी तरह से नियंत्रित नहीं कर पाए, खासकर सुंदर और जितेश की अंतिम ओवरों की साझेदारी को तोड़ने में।
यह जीत भारतीय टीम के लिए मनोबल बढ़ाने वाली है और अब सभी की निगाहें अगले मुकाबले पर होंगी, जहां दोनों टीमें सीरीज में बढ़त बनाने के लिए एक बार फिर आमने-सामने होंगी।