भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बहुप्रतीक्षित दूसरा टेस्ट मुकाबला 22 नवंबर से गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में खेला जाएगा। इस महत्वपूर्ण मैच से पहले दोनों टीमों को कुछ प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस को। लेकर चिंता सता रही है, जिससे मुकाबले का रोमांच और भी बढ़ गया है। भारतीय टीम के नियमित कप्तान और सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की उपलब्धता पर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं, जबकि दक्षिण अफ्रीकी खेमे में उनके स्टार तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा के खेलने को लेकर भी सस्पेंस बना हुआ है।
शुभमन गिल की गर्दन की ऐंठन बनी चिंता का विषय
भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय कप्तान शुभमन गिल की फिटनेस है। पहले टेस्ट मुकाबले के दौरान उन्हें गर्दन में ऐंठन की शिकायत हुई थी, जिसके चलते उन्हें रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान छोड़ना पड़ा था। इस चोट की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता। है कि वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने के लिए नहीं आए थे। एक कप्तान और प्रमुख बल्लेबाज के रूप में गिल की अनुपस्थिति टीम के बल्लेबाजी क्रम और नेतृत्व पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है और उनकी फिटनेस पर अंतिम फैसला मैच से ठीक पहले लिया जाएगा, लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए उनका दूसरे टेस्ट में खेलना मुश्किल नजर आ रहा है। टीम प्रबंधन और प्रशंसक उम्मीद कर रहे होंगे कि यह चोट। गंभीर न हो और वह जल्द ही मैदान पर वापसी कर सकें।
कगिसो रबाडा की पसली की चोट और अनिश्चितता
दक्षिण अफ्रीकी टीम भी अपने प्रमुख तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा की फिटनेस को लेकर असमंजस में है। रबाडा ने बृहस्पतिवार को टीम के प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा नहीं लिया, जिससे उनके खेलने पर सवालिया निशान लग गया है और भारत के खिलाफ पहले मुकाबले में भी वह पसली की चोट के कारण नहीं खेल पाए थे। यह चोट उन्हें कोलकाता टेस्ट से पहले प्रशिक्षण सत्र के दौरान लगी थी। दक्षिण अफ्रीकी टीम के गेंदबाजी कोच पीट बोथा ने रबाडा के खेलने से इनकार तो नहीं किया है, लेकिन उन्होंने उनके खेलने की पुष्टि भी नहीं की है। बोथा ने कहा कि टीम कगिसो रबाडा पर लगातार नजर रख रही है और अगले 24 घंटे में उनके खेलने को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा और रबाडा की अनुपस्थिति दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजी आक्रमण को कमजोर कर सकती है, खासकर ऐसे महत्वपूर्ण मुकाबले में जहां उनकी गति और अनुभव की सख्त जरूरत होगी।
गुवाहाटी का ऐतिहासिक टेस्ट डेब्यू और पिच का रहस्य
गुवाहाटी का बरसापारा स्टेडियम पहली बार किसी टेस्ट मैच की मेजबानी करने जा रहा है, जो इस मुकाबले को और भी खास बनाता है। दोनों टीमें इस मैदान की पिच से पूरी तरह अनजान हैं, जिससे मैच की रणनीति बनाना एक बड़ी चुनौती होगी और आमतौर पर, नए टेस्ट स्थलों पर पिचें अप्रत्याशित व्यवहार कर सकती हैं। अफ्रीकी टीम के गेंदबाजी कोच पीट बोथा ने पिच के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें बताया गया है कि गुवाहाटी की विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छी है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि पिच पर घास की मात्रा से बहुत फर्क पड़ता है। बोथा ने कहा कि अभी दो दिन बचे हैं और उन्हें यह देखने के लिए इंतजार करना होगा कि क्या पिच समय से पहले टर्न लेना शुरू करती है या नहीं। पिच की प्रकृति दोनों टीमों के अंतिम एकादश के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
साइमन हार्मर का प्रभावशाली प्रदर्शन और संभावित खतरा
पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर साइमन हार्मर ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था। उन्होंने कुल 8 विकेट झटके थे और अपने दमदार खेल की वजह से उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी दिया गया था। हार्मर की यह उपलब्धि उनकी क्षमता को दर्शाती है और दूसरे टेस्ट में भी वह भारतीय बल्लेबाजों के लिए खतरा बन सकते हैं। दक्षिण अफ्रीकी टीम के गेंदबाजी कोच पीट बोथा ने पुष्टि की है कि हार्मर के कंधे में कोई दिक्कत नहीं है और वह पूरी तरह फिट हैं और बोथा ने हार्मर की प्रभावशीलता पर जोर देते हुए कहा कि अगर गेंद कोलकाता की तरह जल्दी टर्न होने लगे, तो बल्लेबाजी क्रम में इतने सारे बाएं हाथ के बल्लेबाज होने पर वह बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि टीम ने सुबह पिच का मुआयना किया है और अभी दो दिन बाकी हैं, इसलिए यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि पिच से और घास काटी जाएगी या नहीं और घास की मात्रा से स्पिनरों को मिलने वाली मदद पर सीधा असर पड़ेगा।
शुभमन गिल और कगिसो रबाडा जैसे प्रमुख खिलाड़ियों की अनिश्चितता दोनों टीमों को अपनी रणनीति और टीम संयोजन पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर करेगी और भारत को गिल की जगह एक नए सलामी बल्लेबाज को मौका देना पड़ सकता है, जबकि दक्षिण अफ्रीका को रबाडा की अनुपस्थिति में अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने के लिए विकल्पों पर विचार करना होगा। गुवाहाटी की अज्ञात पिच भी दोनों टीमों के लिए एक चुनौती पेश करेगी, जहां उन्हें परिस्थितियों के अनुसार ढलना होगा। स्पिनरों और तेज गेंदबाजों के बीच संतुलन बनाना महत्वपूर्ण होगा, खासकर अगर पिच अप्रत्याशित व्यवहार करती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों टीमें इन चुनौतियों का सामना कैसे करती। हैं और कौन सी टीम दूसरे टेस्ट में जीत हासिल कर पाती है।
मैच का महत्व और प्रशंसकों की उम्मीदें
यह दूसरा टेस्ट मैच दोनों टीमों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और पहले टेस्ट में मिली जीत के बाद दक्षिण अफ्रीका अपनी बढ़त को मजबूत करना चाहेगी, जबकि भारतीय टीम वापसी कर सीरीज में बराबरी करने का प्रयास करेगी। प्रशंसकों को एक रोमांचक और कांटे की टक्कर वाले मुकाबले की उम्मीद है, जहां दोनों टीमें अपनी पूरी ताकत झोंक देंगी। खिलाड़ियों की फिटनेस, पिच की स्थिति और टीम की रणनीति इस मैच के परिणाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।