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- 20-Dec-2022 10:04 AM IST
Rajasthan News: भारत-पाकिस्तान युद्ध के हीरो रहे भैरों सिंह राठौड़ का जोधपुर में निधन हो गया है। भैरों सिंह 1987 में BSF से रिटायर्ड हुए थे और सीने में दर्द और बुखार के चलते जोधपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। सिपाही भैरों ने 1971 युद्ध के वेटरन हैं जो उस दौरान लोंगेवाला पर तैनात थे और असाधारण पराक्रम दिखाया था। भैरो सिंह को सेना मेडल से सम्मानित किया गया था। बीएसएफ ने भैरों के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "बीएसएफ उनकी, साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण को सलाम करता है। प्रहरी परिवार इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़ा है।"1971 की जंग के हीरोबता दें कि जोधपुर के एम्स अस्पताल में भेरो सिंह लंबे समय से भर्ती थे, विजय दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने उनसे बातचीत करके उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी। 81 साल की उम्र होने की वजह से वह लंबे समय से बीमारियों से जूझ रहे थे। जिसके चलते उनके परिजनों ने उन्हें एम्स में भर्ती कराया था, हालांकि उनक बीमारी ठीक नहीं हो सकी और उनका निधन हो गया।भैरो सिंह के निधन के खबर के बाद बॉलीवुड स्टार सुनील शेट्टी ने खुद ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही बीएसएफ ने भी ट्वीट किया कि डीजी बीएसएफ और सभी रैंकों ने 1971 के युद्ध के दौरान लोंगेवाला युद्ध के नायक भैरों सिंह, नाइक (सेवानिवृत्त), के निधन पर शोक व्यक्त किया है. बीएसएफ उनकी निडरता, बहादुरी, साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण को सलाम करता है. प्रहरी परिवार इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़ा है.पीएम ने फोन कर जानकारी ली थीगौरतलब है कि भैरो सिंह जब अस्पताल में भर्ती थे तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी. इसके साथ ही भैरो सिंह के AIIMS में भर्ती होने पर अस्पताल प्रशासन ने उनका निशुल्क इलाज किया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.1972 में मिला था सेना पदकभैरों सिंह राठौड़ की दिखाई वीरता के लिए उन्हें 1972 में सेना पदक मिला. राठौड़ को कई अन्य सैन्य सम्मानों और असैन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल दिसंबर में जैसलमेर में राठौड़ से मुलाकात की थी, जब वह बीएसएफ के स्थापना दिवस समारोह के लिए सीमावर्ती शहर गए थे. जीत का संकल्प लेकर युद्ध लड़ा थाएक बार भेरो सिंह राठौड़ ने 1971 की लड़ाई की यादें सांझा करते हुए बताया था कि 1971 के युद्ध जब पंजाब रेजिमेंट के 23 जवानों में से एक मारा गया, तो लांस नायक भैरों सिंह ने अपनी लाइट मशीन गन उठा ली थी और पाकिस्तानी सैनिकों पर कहर बनकर टूट पड़े थे, उन्होंने लगातार हमला किया, जिससे पाकिस्तानी सैनिक पीछने हटने को मजबूर हो गए। क्योंकि उस दिन उनकी पलटन केवल जीत के इरादे से ही मैदान में उतरी थी। उस दिन जीत हुई और लांस नायक भैरों सिंह चौकी पर अपने अन्य साथियों के लिए एक महान प्रेरणा बन गए।सुनील शेट्टी ने निभाई थी भूमिकाभारत-पाक 1971 की जंग पर ‘बॉर्डर’ फिल्म बनाई गई थी, जिसमें लोंगेवाला पोस्ट पर भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध की कहानी दिखाई गई थी, इस फिल्म में भेरो सिंह का किरदार अभिनेता सुनील शेट्टी ने निभाया था, जिसके बाद उनका नाम घर-घर में फेमस हुआ था।
