RR vs GT / शुभमन गिल से वैभव के बारे में ऐसा सुनकर जडेजा को आया 'गुस्सा', फिर...

जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में 28 अप्रैल को आईपीएल 2025 के 47वें मैच में वैभव सूर्यवंशी ने मात्र 38 गेंदों में 101 रन ठोककर राजस्थान रॉयल्स को गुजरात टाइटंस पर 8 विकेट से जीत दिलाई। शुभमन गिल के "लकी दिन" वाले बयान पर अजय जडेजा ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

RR vs GT: 28 अप्रैल 2025 की शाम जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में इतिहास रच दिया गया। आईपीएल 2025 के 47वें मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने ऐसा तूफान मचाया कि गुजरात टाइटंस की टीम संभल भी नहीं पाई। महज 38 गेंदों में 101 रन बनाकर वैभव ने न सिर्फ अपने इरादे जाहिर कर दिए, बल्कि अपनी टीम को एकतरफा मुकाबले में 8 विकेट से विजयी भी बना दिया।

रिकॉर्डों की झड़ी, गुजरात टाइटंस को जोरदार झटका

वैभव सूर्यवंशी की पारी हर लिहाज से यादगार रही। उन्होंने गुजरात टाइटंस के अनुभवी तेज गेंदबाजों — मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और ईशांत शर्मा — पर जबरदस्त हमला बोला। 17 गेंदों में अर्धशतक और फिर महज 35 गेंदों में शतक पूरा कर वैभव ने साफ कर दिया कि वे भविष्य के बड़े सितारे हैं। उनकी पारी में 7 चौके और 11 छक्के शामिल रहे।

यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 71 गेंदों में 166 रन की साझेदारी ने गुजरात टाइटंस की उम्मीदों को पूरी तरह तोड़ दिया। राजस्थान ने पावरप्ले में ही मैच की दिशा तय कर दी थी।

शुभमन गिल का बयान और अजय जडेजा की नाराजगी

मैच के बाद गुजरात टाइटंस के कप्तान शुभमन गिल ने अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा, "आज वैभव का लकी दिन था। उन्होंने अपने दिन का पूरा फायदा उठाया।" गिल ने माना कि राजस्थान के सलामी बल्लेबाजों ने पावरप्ले में ही मैच उनसे छीन लिया था।

हालांकि, शुभमन गिल का "लकी दिन" वाला बयान पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को रास नहीं आया। जडेजा ने खुलकर गिल की आलोचना करते हुए कहा, "इस तरह के शानदार प्रदर्शन को 'सिर्फ किस्मत' कहना गलत है। वैभव ने तकनीक, आत्मविश्वास और आक्रामकता का बेहतरीन नमूना पेश किया। हमें ऐसे युवा खिलाड़ियों के हुनर का सम्मान करना चाहिए, न कि उसे भाग्य के खाते में डालना चाहिए।"

क्या वैभव सूर्यवंशी बनेंगे भारत का अगला क्रिकेट सितारा?

वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी में जो परिपक्वता और आक्रामकता दिखी, उसने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों को चौंका दिया है। महज 14 साल की उम्र में इतनी समझदारी से खेलना असाधारण प्रतिभा का प्रमाण है। अगर वे इसी तरह निरंतर प्रदर्शन करते रहे, तो जल्द ही उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में देखने की उम्मीद की जा सकती है।