अमेरिका / काबुल में बचाव अभियान खतरनाक है, वादा नहीं कर सकता कि अंतिम परिणाम क्या होगा: बाइडन

Zoom News : Aug 21, 2021, 10:38 AM
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार रात अफगान मामले पर एक और संबोधन दिया। कहा कि अफगानिस्तान से हर अमेरिकी नागरिक और मददगार अफगानियों को निकालने में पूरी ताकत लगा देंगे। उन्होंेंने तालिबान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिकी सैनिकों पर हमला हुआ तो कड़ा जवाब दिया जाएगा।

बाइडन ने कहा कि काबुल एयरपोर्ट से लोगों को बाहर निकालना बहुत खतरे का काम है। लेकिन हर अमेरिकी नागरिक को सुरक्षित वापस लाएंगे। उन्होंने इन आलोचनाओं को भी खारिज किया कि तालिबान की ताकत का अंदाजा लगाने में उनकी सरकार चूक गई।

बाइडन ने कहा कि सैन्य प्रमुख होने के नाते वह यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए जो भी जरूरी होगा वे करेंगे। जो अमेरिकी भी वापस आना चाहेंगे उन्हें लाया जाएगा। उन्होंने मददगार अफगान नागरिकों को भी वापस लाने का संकल्प दोहराया।

उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षित निकालने के बाद वहां से सभी सैनिकों को वापस बुला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारी तालिबान के संपर्क में हैं। उन्होंने तालिबान को चेताते हुए कहा कि अमेरिकी सैनिकों पर हमले या उनके काम में बाधा पहुंचाने पर सख्ती के साथ जवाब दिया।

काबुल के पतन के एक दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक भाषण दिया जिसमें उन्होंने तबाही के लिए अफगान बलों को जिम्मेदार ठहराया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में कहा है कि सभी अमेरिकियों को निकालने के लिए अमेरिकी सैनिक 31 अगस्त के बाद भी रुक सकते हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के साथ, देश एक बड़े सत्ता परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जो 31 अगस्त से पहले स्पष्ट नहीं होगा। यहां पढ़ें उनके संबोधन और प्रेस से बातचीत के मुख्‍य अंश।

- यह मिशन खतरनाक है, इसमें सशस्त्र बलों के लिए जोखिम शामिल है और इसे कठिन परिस्थितियों में संचालित किया जा रहा है। मैं यह वादा नहीं कर सकता कि अंतिम परिणाम क्या होगा या क्या होगा, जो नुकसान के जोखिम के बिना होगा।

- हमारे पास जमीन पर लगभग 6,000 सैनिक हैं जो रनवे सुरक्षा प्रदान करते हैं और हवाई अड्डे के आसपास (काबुल, अफगानिस्तान में) माउंटेन डिवीजन को खड़े गार्ड और नागरिक प्रस्थान में समुद्री सहायता प्रदान करते हैं। यह इतिहास के सबसे बड़े और सबसे कठिन एयरलिफ्टों में से एक है।

- हम जुलाई से अब तक 18,000 से अधिक लोगों और लगभग 13,000 लोगों (काबुल से) को निकाल चुके हैं, जब से 14 अगस्त को हमारी सैन्य एयरलिफ्ट शुरू हुई थी।

- हमने हवाईअड्डे (काबुल में) को सुरक्षित किया है जिससे न केवल सैन्य उड़ानें बल्कि अन्य देशों के नागरिक चार्टर और नागरिकों और कमजोर अफगानियों को बाहर निकालने वाले गैर सरकारी संगठनों को फिर से शुरू करने के लिए उड़ानें सक्षम हो रही हैं।

- हमने हवाईअड्डे (काबुल में) को सुरक्षित किया है जिससे न केवल सैन्य उड़ानें बल्कि अन्य देशों के नागरिक चार्टर और नागरिकों और कमजोर अफगानियों को बाहर निकालने वाले गैर सरकारी संगठनों को फिर से शुरू करने के लिए उड़ानें सक्षम हो रही हैं।

अफगानिस्‍तान से निकासी के प्रयास की तीखी आलोचना के बीच राष्ट्रपति बिडेन शुक्रवार को बोलेंगे। इससे पहले उन्‍होंने इसी सप्‍ताह सोमवार को इस मामले में पहली बार संबोधन दिया था।

31 अगस्‍त का इसलिए है इंतज़ार

अघन के एक पूर्व अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ समझौते के अनुसार, तालिबान 31 अगस्त से पहले या अमेरिका द्वारा अपनी निकासी प्रक्रिया पूरी करने से पहले कुछ भी नहीं करेगा। देश से अपने सैनिकों को वापस लेने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की 31 अगस्त की समय सीमा से पहले हजारों लोगों को निकाला जाना बाकी है। एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि लगभग 250 अमेरिकियों सहित लगभग 5,700 लोगों को 16 सी-17 परिवहन विमानों में सवार होकर काबुल से बाहर निकाला गया।

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