देश / अगवा हुई 15 साल की लड़की, 46 दिन तक हुलिया बदलकर मेवात में दिल्ली पुलिस ने बचाया

Zoom News : Dec 12, 2020, 04:03 PM
दिल्ली पुलिस ने राजौरी गार्डन इलाके से अपहृत एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की को बरामद किया है। मेवात में दिल्ली के राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन के दो पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों की तरह 46 दिन बिताए, ताकि वे अपहृत लड़की की जांच कर सकें। आखिरकार पुलिस ने लड़की को बदरपुर बॉर्डर के पास से बरामद किया।

इसके साथ ही पुलिस ने नाबालिग को बहला फुसलाकर भगा ले जाने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। पश्चिम दिल्ली पुलिस के डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का नाम शोएब खान है।

डीसीपी दीपक पुरोहित के मुताबिक, शोएब ने एसके सिन्हा के नाम से फेसबुक पर अपना प्रोफाइल बनाया था। उसने फेसबुक पर राजौरी गार्डन इलाके में रहने वाली एक 15 वर्षीय लड़की से अपना नाम बदलकर दोस्ती की और फिर लड़की के साथ फरार हो गया। जब पुलिस ने सोशल मीडिया पर लड़की की प्रोफाइल को खंगाला तो पता चला कि वह फेसबुक पर एसके सिन्हा नाम के शख्स से लगातार चैट कर रही थी। जब पुलिस ने एसके सिन्हा के प्रोफाइल को छोड़ना शुरू किया, तो पता चला कि एसके सिन्हा का असली नाम शोएब खान है।

आरोपी शोएब मेवात इलाके का रहने वाला है। शोएब पर आरोप है कि उसने 23 अक्टूबर को बिहार के मुजफ्फरपुर में लड़की को फुसलाया था। फिर वहां से आजमगढ़ गए और वहां कुछ दिनों के लिए अपने दोस्तों के साथ रहे। आरोप है कि शोएब ने वहां नाबालिग के साथ बलात्कार किया और उसके बाद मेवात उसके साथ पहुंचा।

इधर, जब पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की, तो उन्हें शोएब के बारे में पता चला। इसके लिए, दो पुलिसकर्मियों को आरोपी के घर का पता लगाने और वहां से नाबालिग के अपहरण के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए मेवात भेजा गया था। दोनों पुलिसकर्मी मेवात में 46 दिनों तक घूमते रहे, जिससे उनकी शैली बदल गई। वे आखिरकार 8 दिसंबर को सफल हुए, जब उन्होंने नाबालिग लड़की को बदरपुर सीमा से बरामद किया। इतना ही नहीं आरोपी को पकड़ भी लिया गया।

एसएचओ राजौरी गार्डन अनिल शर्मा के अनुसार, सब इंस्पेक्टर प्रकाश और हवलदार शौकत ने इस मामले में कड़ी मेहनत की है। पुलिस को जानकारी मिली है कि इस काम में आरोपियों के माता-पिता ने भी उनका साथ दिया। पुलिस अब इनकी भी तलाश कर रही है।

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