Vikrant Shekhawat : Oct 09, 2021, 07:09 PM
शहर हो या गांव हर घरों में इन्वर्टर(Inverter) मौजूद है। जिन जगहों पर लाइट की अधिक समस्या होती है उन जगहों के लिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। ऐसे में इन्वर्टर के साथ-साथ बैटरी की भी देखभाल करना बहुत ज़रूरी हो जाता है क्योंकि, इन्वर्टर की लंबी उम्र के लिए बैटरी का ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है। inverter ki battery kaise bachayeइन्वर्टर(Inverter) की बैटरी को सालों ( Increase Inverter Battery Life) तक सुरक्षित रखने के लिए कुछ खास टिप्स (Tips to save inverter life)
हर दो महीने पर बैटरी में वाटर लेवल की जांच करिएइन्वर्टर(Inverter) की बैटरी को ख़राब होने से बचने के लिए सबसे ज़रूरी है जल-स्तर को समय-समय पर जांच करते रहना। बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर का इस्तेमाल किया जाता है, जो बैटरी के लॉन्ग लाइफ को बरक़रार रखता है। बैटरी में ये जल स्तर न अधिक और न ही कम होना चाहिए। आपको बता दें कि अन्य पानी को डालने से बैटरी जल्दी ही ख़राब हो जाती है। इसलिए हर 2 महीने के अंदर पानी के स्तर की जांच करिए।चार्जिंग कितनी हो यह जानना भी आवश्यककिसी भी बैटरी को अधिक चार्ज करने से वो जल्दी ही ख़राब हो जाती है। इन्वर्टर(Inverter) की बैटरी में प्लेट्स होती है। अधिक चार्ज करने पर ये प्लेट्स जल्दी ही ख़राब हो जाती है। इसलिए बैटरी फुल चार्ज होने के बाद स्विच को ऑफ कर दीजिए। कभी-कभी कम चार्ज होने के चलते भी बैटरी ख़राब होने का डर रहता है। इसलिए चार्जिंग को लेकर विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत है।बैटरी खराब होने की अन्य वजहेंज़रूरी नहीं कि बैटरी में पानी नहीं डालने, अधिक चार्ज या फिर टर्मिनल की नियमित सफाई नहीं करने पर ही बैटरी जल्दी खराब हो जाती है। कभी-कभी बैटरी पर ओवर लोड देने की वजह से भी ख़राब हो सकती है। अधिक वाट का बल्ब लगाने से अच्छा है किसी ऐसे बल्ब का चुनाव करें जो अधिक कम वाट में भी घरों में अधिक रोशनी दें। इसके अलावा इन्वर्टर के साथ बैटरी को ऐसी जगह रखें जहां अधिक नमी ना हो।
हर दो महीने पर बैटरी में वाटर लेवल की जांच करिएइन्वर्टर(Inverter) की बैटरी को ख़राब होने से बचने के लिए सबसे ज़रूरी है जल-स्तर को समय-समय पर जांच करते रहना। बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर का इस्तेमाल किया जाता है, जो बैटरी के लॉन्ग लाइफ को बरक़रार रखता है। बैटरी में ये जल स्तर न अधिक और न ही कम होना चाहिए। आपको बता दें कि अन्य पानी को डालने से बैटरी जल्दी ही ख़राब हो जाती है। इसलिए हर 2 महीने के अंदर पानी के स्तर की जांच करिए।चार्जिंग कितनी हो यह जानना भी आवश्यककिसी भी बैटरी को अधिक चार्ज करने से वो जल्दी ही ख़राब हो जाती है। इन्वर्टर(Inverter) की बैटरी में प्लेट्स होती है। अधिक चार्ज करने पर ये प्लेट्स जल्दी ही ख़राब हो जाती है। इसलिए बैटरी फुल चार्ज होने के बाद स्विच को ऑफ कर दीजिए। कभी-कभी कम चार्ज होने के चलते भी बैटरी ख़राब होने का डर रहता है। इसलिए चार्जिंग को लेकर विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत है।बैटरी खराब होने की अन्य वजहेंज़रूरी नहीं कि बैटरी में पानी नहीं डालने, अधिक चार्ज या फिर टर्मिनल की नियमित सफाई नहीं करने पर ही बैटरी जल्दी खराब हो जाती है। कभी-कभी बैटरी पर ओवर लोड देने की वजह से भी ख़राब हो सकती है। अधिक वाट का बल्ब लगाने से अच्छा है किसी ऐसे बल्ब का चुनाव करें जो अधिक कम वाट में भी घरों में अधिक रोशनी दें। इसके अलावा इन्वर्टर के साथ बैटरी को ऐसी जगह रखें जहां अधिक नमी ना हो।