- भारत,
- 03-Jul-2025 06:00 PM IST
Apple iPhone: भारत में बने iPhone की वैश्विक मांग पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में बिकने वाले अधिकांश iPhone अब भारत में निर्मित हो रहे हैं। लेकिन, हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट ने मेड इन इंडिया iPhone 17 की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। Apple के प्रमुख सप्लायर Foxconn के एक बड़े फैसले के कारण भारत में iPhone 17 के प्रोडक्शन में देरी की आशंका बढ़ गई है।
Foxconn का बड़ा फैसला: चीनी कर्मचारियों की वापसी
ब्लूमबर्ग की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, Foxconn ने iPhone 17 की प्रोडक्शन लाइन में शामिल सैकड़ों चीनी इंजीनियर्स और टेक्नीशियनों को भारत से वापस बुला लिया है। पिछले दो महीनों में 300 से अधिक चीनी कर्मचारी भारत से वापस लौट चुके हैं। इस समय Apple की भारत में मौजूद फैक्ट्रियों में काम करने वाले अधिकांश कर्मचारी ताइवान से हैं। हालांकि, Foxconn ने इस फैसले के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं किया है। इस कदम का सीधा असर भारत में iPhone 17 के प्रोडक्शन पर पड़ सकता है, जिससे प्रोडक्शन लाइन में देरी और तकनीकी चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं।
चीनी सरकार की नीतियाँ: टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर रोक?
कई रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि चीनी सरकार ने अपनी रेगुलेटरी एजेंसियों और स्थानीय प्रशासनों को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को सीमित करने के निर्देश दिए हैं। खास तौर पर भारत और दक्षिण एशियाई देशों में शिफ्ट हो रही टेक्नोलॉजी कंपनियों को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। हाल के वर्षों में, वैश्विक स्मार्टफोन निर्माता कंपनियाँ, जैसे Apple, Google, Samsung और Nothing, चीन के बजाय भारत, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देशों में अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित कर रही हैं। चीनी सरकार की यह नीति इन कंपनियों के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर सकती है।
मेक इन इंडिया की चमक
भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल और प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम ने वैश्विक कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहित किया है। कोविड-19 महामारी के बाद से भारत ने स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। Apple के अलावा Google, Nothing और Samsung जैसे गैर-चीनी ब्रांड्स भारत को अपने मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में देख रहे हैं। भारत में निर्मित iPhone की गुणवत्ता और लागत-प्रभावी प्रोडक्शन ने इसे वैश्विक बाजार में एक पसंदीदा विकल्प बनाया है।
iPhone 17 के लॉन्च पर असर
iPhone 17 को सितंबर 2025 में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। लेकिन, Foxconn के इस फैसले से Apple की प्रोडक्शन योजनाओं पर असर पड़ सकता है। चीनी इंजीनियर्स और टेक्नीशियनों की वापसी के बाद Apple को अब ताइवानी कर्मचारियों पर अधिक निर्भरता बढ़ानी होगी। यह स्थिति प्रोडक्शन की गति और गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है, जिससे लॉन्च में देरी या अन्य तकनीकी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
भारत के लिए अवसर और चुनौतियाँ
मेक इन इंडिया पहल ने भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन, Foxconn जैसे प्रमुख सप्लायर्स के फैसले और चीनी सरकार की नीतियाँ भारत के लिए नई चुनौतियाँ पेश कर रही हैं। Apple और अन्य कंपनियों को अब स्थानीय प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने और स्वदेशी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने पर ध्यान देना होगा। यह न केवल प्रोडक्शन की निरंतरता सुनिश्चित करेगा, बल्कि भारत को दीर्घकालिक रूप से एक टेक्नोलॉजी हब के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा।