- भारत,
- 12-Dec-2025 09:28 AM IST
बॉलीवुड में एक नया सितारा अपनी चमक बिखेरने के लिए तैयार है, जिसका नाम है सारा अर्जुन। फिल्म 'धुरंधर' के साथ उन्होंने मुख्य अभिनेत्री के तौर पर बॉलीवुड में कदम रखा है और उनकी तुलना सीधे विश्व सुंदरी ऐश्वर्या राय से की जा रही है। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है कि किसी अभिनेत्री को 'जूनियर ऐश' या 'छोटी ऐश' जैसे उपनाम दिए जा रहे हैं। आदित्य धर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सारा अर्जुन का अभिनय, उनका किरदार और उनकी खूबसूरती दर्शकों का दिल जीत रही है और सबसे खास बात यह है कि फिल्म में उन्होंने अपने से 20 साल बड़े अभिनेता रणवीर सिंह के साथ बेधड़क रोमांस किया है, और दोनों के बीच की केमिस्ट्री को बेहद सहज और प्रभावशाली बताया जा रहा है। यह सारा के लिए एक शानदार बॉलीवुड डेब्यू है, जो उनके लंबे और सफल करियर का एक नया अध्याय है।
सारा अर्जुन को 'जूनियर ऐश', 'छोटी ऐश' और 'मिनी ऐश्वर्या' जैसे उपनामों से नवाजा जा रहा है, और यह तुलना सिर्फ उनकी। खूबसूरती तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनके अभिनय कौशल और ऐश्वर्या राय के साथ उनके पूर्व जुड़ाव के कारण भी है। ऐश्वर्या राय जैसी वैश्विक पहचान वाली हस्ती से तुलना होना। किसी भी कलाकार के लिए एक सम्मान की बात है। सारा ने ऐश्वर्या राय के साथ एक नहीं, बल्कि दो बार काम किया है। उन्होंने फिल्म 'जज्बा' में ऐश्वर्या की ऑन-स्क्रीन बेटी का किरदार निभाया था, जिससे दर्शकों ने उन्हें ऐश्वर्या की बेटी के रूप में पहचानना शुरू कर दिया था। इसके अलावा, ऐतिहासिक महाकाव्य 'पोन्नियिन सेलवन I और II' में, सारा ने ऐश्वर्या राय के किरदार के बचपन को जीवंत किया था। इन भूमिकाओं ने उन्हें 'मिनी ऐश्वर्या' का उपनाम दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उनकी पहचान और भी मजबूत हुई और उनकी सुंदरता और अभिनय में एक खास समानता देखी जा रही है, जो उन्हें इस प्रतिष्ठित तुलना का हकदार बनाती है।
बाल कलाकार से मुख्य अभिनेत्री तक का प्रेरणादायक सफर
सारा अर्जुन का मनोरंजन जगत में सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है। 18 जून 2005 को मुंबई में जन्मी सारा ने इतनी कम उम्र में कैमरे का सामना करना शुरू कर दिया था कि वे तब ठीक से बोल भी नहीं पाती थीं। यह उनकी अनोखी यात्रा की शुरुआत थी, जहां उन्होंने अपनी मासूमियत और सहजता से दर्शकों का दिल जीता। बहुत छोटी उम्र से ही सारा मॉडलिंग और टीवी विज्ञापनों में सक्रिय हो गईं। उन्होंने मैगी, मैकडॉनल्ड्स और क्लिनिक प्लस जैसे कई प्रमुख ब्रांड्स के लिए काम किया। पांच साल की उम्र तक, वे 100 से अधिक विज्ञापनों में नजर आ चुकी थीं,। जिससे वे भारतीय टेलीविजन के सबसे पहचान योग्य बाल चेहरों में से एक बन गईं। उनके पिता, अभिनेता राज अर्जुन, और मां, सान्या अर्जुन, उनके इस सफर में उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा और मार्गदर्शक रहे हैं, जिन्होंने उन्हें हमेशा समर्थन दिया। उनकी प्रारंभिक सफलता ने उन्हें एक मजबूत नींव प्रदान की, जिस पर उन्होंने अपने अभिनय करियर की इमारत खड़ी की।करियर का महत्वपूर्ण मोड़ और बहुभाषी सिनेमा में पहचान
सारा के करियर में एक बड़ा मोड़ 2011 में आया, जब उन्होंने तमिल फिल्म 'देइवा थिरुमगल' में विक्रम की बेटी 'नीला' का किरदार निभाया और मात्र छह वर्ष की उम्र में उनके भावनात्मक और प्रभावशाली प्रदर्शन ने उन्हें आलोचकों की जबरदस्त सराहना दिलाई। इस फिल्म ने उन्हें अपने समय की सबसे बेहतरीन बाल कलाकारों में से एक के रूप में स्थापित किया। इस सफलता के बाद, सारा ने खुद को किसी एक भाषा तक सीमित नहीं रखा और उन्होंने तमिल, हिंदी, मलयालम और तेलुगु, सभी फिल्म इंडस्ट्री में बेझिझक काम किया, अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उनके उल्लेखनीय अभिनय में 'सैवम', 'सिल्लु करुपट्टी' जैसी फिल्में शामिल हैं, जिन्होंने उन्हें विभिन्न शैलियों में अपनी क्षमता साबित करने का अवसर दिया। हिंदी सिनेमा में भी वे 'एक थी डायन', 'जज्बा' और 'द सॉन्ग ऑफ स्कॉर्पियन्स' जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं, जिससे उनकी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर भी बनी।दिग्गज कलाकारों के साथ काम करने का अनमोल अनुभव
सारा अर्जुन को अपने करियर की शुरुआत में ही कुछ सबसे बड़े और सम्मानित कलाकारों के साथ काम करने का अवसर मिला। उन्होंने ऐश्वर्या राय के साथ फिल्म 'जज्बा' में काम किया, जहां उन्होंने उनकी बेटी का किरदार निभाया। यह अनुभव उनके लिए निश्चित रूप से यादगार रहा होगा, क्योंकि उन्हें एक ऐसी अभिनेत्री के साथ स्क्रीन साझा करने का मौका मिला, जिनसे उनकी तुलना की जाती है। इसके अलावा, सारा को दिवंगत और दिग्गज अभिनेता इरफान खान के साथ भी। दो फिल्मों में काम करने का सौभाग्य मिला: 'जज्बा' और 'द सॉन्ग ऑफ स्कॉर्पियन्स'। 'द सॉन्ग ऑफ स्कॉर्पियन्स' इरफान खान की आखिरी फिल्म थी, और इस फिल्म में उनके साथ काम करना सारा के लिए एक भावनात्मक और सीखने वाला अनुभव रहा होगा। इन दो दिग्गजों के साथ काम करने से उन्हें अभिनय की बारीकियों को समझने और। अपनी कला को निखारने का अमूल्य अवसर मिला, जिसने उनके करियर को एक नई दिशा दी।वित्तीय सफलता और एक नई शुरुआत
सारा अर्जुन की लोकप्रियता सिर्फ उनके अभिनय तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि उनकी कमाई भी चर्चा का विषय रही और रिपोर्ट्स के अनुसार, 2023 तक वे भारत की सबसे अधिक कमाई करने वाली बाल कलाकार बनीं। उन्होंने 18 वर्ष की उम्र से पहले ही लगभग $1. 2 मिलियन (जो भारतीय रुपये में करीब ₹10 करोड़ होते हैं) कमा लिए थे। यह उनकी कड़ी मेहनत, प्रतिभा और समर्पण का प्रमाण है और अब, 20 वर्षीय सारा अर्जुन फिल्म 'धुरंधर' के साथ बतौर मुख्य अभिनेत्री बॉलीवुड में कदम रख चुकी हैं। यह एक बाल कलाकार से एक परिपक्व, प्रतिभाशाली और प्रमुख अभिनेत्री बनने की उनकी प्रेरणादायक यात्रा का एक शानदार नया अध्याय है और उनका भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है, और दर्शक उन्हें बड़े पर्दे पर और भी कई प्रभावशाली भूमिकाओं में देखने के लिए उत्सुक हैं। 'धुरंधर' के साथ, उन्होंने साबित कर दिया है कि वह सिर्फ एक 'जूनियर ऐश' नहीं, बल्कि अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली एक सशक्त अभिनेत्री हैं।From playing Aishwarya Rai's daughter to playing young version of Aishwarya Rai Sara Arjun has come a long way.#AishwaryaRaiBachchan#SaraArjun #PonniyinSelvan2 pic.twitter.com/7yY6jOlRyB
— Empress Aishwarya Fan (@badass_aishfan) May 7, 2023
