IND vs AUS / टी20 वर्ल्ड कप 2026: मैथ्यू शॉर्ट को सता रही स्पिन से निपटने की चिंता, भारत के खिलाफ प्रदर्शन पर नजरें

ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू शॉर्ट को 2026 टी20 वर्ल्ड कप में अपनी जगह को लेकर चिंता है। भारत और श्रीलंका में होने वाले इस टूर्नामेंट में स्पिन गेंदबाजों से निपटना उनके लिए बड़ी चुनौती है, जिसके लिए उन्हें खुद को तैयार करना होगा।

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के दाएं हाथ के बल्लेबाज मैथ्यू शॉर्ट आगामी टी20 वर्ल्ड कप 2026 में अपनी जगह बनाने को लेकर अभी से चिंतित हैं। यह चिंता भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही टी20 सीरीज के दौरान सामने आई है, जहां शॉर्ट ने खुद स्वीकार किया है कि अगले वर्ल्ड कप के लिए एशियाई परिस्थितियों में स्पिन गेंदबाजों का सामना करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी। यह टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में खेला जाना है, जहां। की पिचें पारंपरिक रूप से स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होती हैं।

मैथ्यू शॉर्ट की वर्ल्ड कप चिंता

मैथ्यू शॉर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और श्रीलंका जैसे देशों में होने वाले टूर्नामेंट्स में स्पिन गेंदबाजों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करते समय स्पिन के खिलाफ मजबूत तकनीक और बड़े शॉट खेलने की क्षमता होना अनिवार्य है। शॉर्ट ने माना कि उन्हें इस क्षेत्र में सुधार करने की आवश्यकता है और इसके लिए उन्हें अधिक से अधिक स्पिन गेंदबाजों का सामना करना होगा। यह उनके खेल का एक ऐसा पहलू है जिस पर उन्हें अभी और मेहनत करनी है ताकि वे विश्व कप टीम में अपनी जगह पक्की कर सकें।

एशियाई परिस्थितियों में स्पिन का महत्व

भारतीय टीम के खिलाफ चौथे टी20 मैच से पहले मैथ्यू शॉर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें खुद को स्पिन के लिए तैयार करना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि स्पिन खेलने के कई अलग-अलग तरीके होते हैं और वे जितना ज्यादा स्पिन गेंदबाजों का सामना करेंगे, उतना ही उनके लिए बेहतर होगा और शॉर्ट ने यह भी उल्लेख किया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में ग्लेन मैक्सवेल, टिम डेविड और मार्कस स्टोइनिस जैसे पावर हिटर मौजूद हैं, जिन्हें स्पिन के खिलाफ बड़े शॉट खेलना पसंद है और इन सभी खिलाड़ियों को भारत में खेलने का अच्छा अनुभव भी है। ऐसे में शॉर्ट को अपनी जगह बनाने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। मैथ्यू शॉर्ट का भारतीय टीम के खिलाफ जारी टी20 सीरीज में प्रदर्शन मिला-जुला रहा है और शुरुआती तीन टी20 मैचों में उन्हें दो बार बल्लेबाजी करने का अवसर मिला, जिसमें वे कुल 26 रन ही बना पाए। मेलबर्न में खेले गए सीरीज के दूसरे टी20 मैच में शॉर्ट जसप्रीत बुमराह की पहली ही गेंद पर बोल्ड हो गए थे, जो उनके लिए एक निराशाजनक शुरुआत थी। हालांकि, होबार्ट में हुए तीसरे टी20 मैच में उन्होंने कुछ बेहतर प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 15 गेंदों का सामना करते हुए 2 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 26 रनों की पारी खेली।

भारत के खिलाफ मौजूदा सीरीज में प्रदर्शन

मैथ्यू शॉर्ट के लिए इस सीरीज के बाकी बचे दो टी20 मैच बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैं और उन्हें इन मैचों में अपनी बल्लेबाजी क्षमता, खासकर स्पिन के खिलाफ, को साबित करना होगा। यदि वे विश्व कप टीम में अपनी जगह बनाना चाहते हैं, तो उन्हें लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन करना होगा और यह दिखाना होगा कि वे एशियाई परिस्थितियों में स्पिन गेंदबाजों का सफलतापूर्वक सामना कर सकते हैं और यह सीरीज उनके लिए एक महत्वपूर्ण मंच है जहां वे अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर सकते हैं और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।