देश / कोरोना के हालात पर मोदी की इमरजेंसी मीटिंग, वैक्सीनेशन तेज करने को कहा

Zoom News : Jan 09, 2022, 10:11 PM
NEW DELHI : देश में कोरोना की तीसरी लहर कहर बरपा रही है। तेजी से बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी मीटिंग की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई इस मीटिंग में पीएम मोदी ने बच्चों के वैक्सीन ड्राइव को तेज करने के लिए कहा। मोदी ने निर्देश दिया कि जिन राज्यों में कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं उन राज्यों को टेक्निकल सपोर्ट दिया जाए।

पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों के साथ समन्वय बनाए रखने को कहा। मोदी ने राज्यों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सीएम के साथ बैठक बुलाए जाने को कहा। उन्होंने कोरोना के मामलों के मैनेजमेंट के साथ नॉन-कोविड हेल्थ सर्विस की निरंतरता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर डाला।

पीएम मोदी ने भी बैठक के बाद ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई। 15 से 18 साल के यंगस्टर्स सहित हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर और वैक्सीनेशन ड्राइव की तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा नॉन-कोविड हेल्थ सर्विस को जारी रखना सुनिश्चित किया।'

समीक्षा बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, गृहसचिव अजय भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, ICMR के डीजी समेत कई अधिकारी शामिल हुए।

देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में संक्रमण का आंकड़ा पहली बार डेढ़ लाख के आंकड़े को पार कर गया है। 24 घंटे में संक्रमण के 1 लाख 59 हजार 424 केस सामने आए हैं और 327 लोगों की मौत हुई है। आज 40,000 से ज्यादा लोग रिकवर हुए हैं।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 22 दिसंबर और 26 नवंबर को कोरोना के हालात की समीक्षा कर चुके हैं। दोनों ही मीटिंग में PM ने टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दिया था। उन्होंने दवाइयों और ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी निर्देश दिए थे।

22 दिसंबर: दवा-ऑक्सीजन का स्टॉक मेंटेन करने को कहा

PM मोदी ने 22 दिसंबर को देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अफसरों के साथ हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की थी। करीब एक घंटे चली इस मीटिंग में हेल्थ मिनिस्ट्री समेत कई विभागों के अफसर शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री ने हालात की जानकारी लेने के साथ सरकार की तैयारियों का जायजा लिया था। PM ने अफसरों को दवाई और ऑक्सीजन का स्टॉक बढ़ाने के निर्देश भी दिए थे। साथ ही टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाकर हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने पर भी जोर दिया था।

इस मीटिंग में PM ने रिमोट एरिया में वैक्सीन और दवा की सप्लाई के लिए IT टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने को कहा था। मोदी ने अफसरों से कहा था कि राज्यों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऑक्सीजन सप्लाई इक्विपमेंट्स पूरी तरह काम कर रहे हों। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

26 नवंबर: इंटरनेशनल ट्रैवल पर सख्ती के निर्देश दिए थे

दुनियाभर में ओमिक्रॉन वैरिएंट की शुरुआत में 26 नवंबर को प्रधानमंत्री ने अफसरों की मीटिंग बुलाकर इंटरनेशनल ट्रैवल में छूट देने की प्लानिंग पर दोबारा विचार करने को कहा था। साउथ अफ्रीकन वैरिएंट को लेकर मोदी ने 6 हिदायतें दी थीं:

नए वैरिएंट से निपटने के लिए तैयारी की जरूरत।

जिन इलाकों में ज्यादा केस आ रहे हैं, वहां पर निगरानी और कंटेनमेंट जैसी सख्ती।

लोगों को ज्यादा सतर्क होने की जरूरत, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन।

अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में छूट देने की योजना की समीक्षा।

कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज की कवरेज बढ़ाने पर फोकस ।

राज्य ध्यान रखें कि जिन्हें पहली डोज मिल गई है, उन्हें दूसरी डोज समय पर दे दी जाए।

शनिवार को आए 1.59 लाख केस

देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में संक्रमण का आंकड़ा पहली बार डेढ़ लाख को पार कर गया है। वहीं, राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र (41,434), दिल्ली (20,181) और बंगाल (18,802) में सबसे ज्यादा संक्रमित मिले हैं। टॉप 10 राज्यों में ही 1.26 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं।

देश में अब तक 3.55 करोड़ लोग महामारी की चपेट में आ चुके हैं। वहीं ठीक होने वालों का आंकड़ा 3.44 करोड़ है। देश में अभी कुल एक्टिव केस का आंकड़ा 5 लाख 84 हजार 580 है।

ओमिक्रॉन भी तेजी से बढ़ रहा ​​​​​​

देश में ओमिक्रॉन के मामले भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 552 नए मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में ओमिक्रॉन के कुल मरीजों की संख्या 3,623 हो गई है। वहीं, इस वैरिएंट से संक्रमित 1,409 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।

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