मनोरंजन / विकी कौशल-आयुष्मान सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, कीर्ति सुरेश सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री अंधाधुन बेस्ट हिंदी फिल्म

Dainik Bhaskar : Aug 09, 2019, 04:40 PM
बॉलीवुड डेस्क. 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का शुक्रवार को ऐलान किया गया। श्रीराम राघवन निर्देशित "अंधाधुन' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला। "खरबस' को बेस्ट शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला। बेस्ट कोरियोग्राफी का अवॉर्ड "पद्मावत' के घूमर सॉन्ग को दिया गया। 

राष्ट्रीय सिनेमा पुरस्कारों की ज्यूरी के चेयरमैन राहुल रवैल ने पुरस्कारों की घोषणा की। इस दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर मौजूद थे। इन पुरस्कारों का ऐलान दो महीने पहले किया जाना था। लेकिन, लोकसभा चुनावों के चलते अब इनकी घोषणा की गई। 

419 फिल्मों की 45 दिन स्क्रीनिंग के बाद अवॉर्ड्स का ऐलान 

ज्यूरी ने 31 कैटेगिरी में फिल्मों का चयन किया। 419 फिल्मों की 45 दिनों तक स्क्रीनिंग के बाद अवॉर्ड्स की घोषणा की गई। नॉन फीचर फिल्म कैटेगिरी में 23 अवॉर्ड्स घोषित हुए। इसके लिए 253 फिल्मों का जूरी ने 28 दिन स्क्रीनिंग की। 22 किताबों और 19 आर्टिकल्स भी लेखन श्रेणी में शामिल थे।

नेशनल फिल्म अवॉर्डस की झलकियां

  • पद्मावत के विवादित गाने घूमर को मिला बेस्ट कोरियोग्राफी अवार्ड, भंसाली  बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर
  • अक्षय कुमार की पैडमेन को बेस्ट  सोशल इश्यू फिल्म का अवॉर्ड
  • तेलुगु फिल्म महानटी के लिए कीर्ति सुरेश को बेस्ट एक्ट्रेस चुना गया।  
  • बेस्ट एंटरटेनमेंट फिल्म के लिए 'बधाई हो' को पुरस्कार, उरी को मिला बेस्ट डायरेक्शन फिल्म का अवॉर्ड।
  • श्रुति हरिहरन, चंद्रचूड़ राय, जोसी जोसेफ, सावित्री को उनकी परफॉर्मेन्स के लिए स्पेशल अवॉर्ड दिया गया। 
  • राष्ट्रीय एकता पर आधारित फिल्म के लिए दिया जाने वाला नरगिस दत्त बेस्ट फीचर फिल्म अवॉर्ड डी सत्यप्रकाश की ओन्दाला इरादाला को दिया गया है। 
  • प्रियंका चोपड़ा के प्रोडक्शन में बनी फिल्म पानी को पर्यावरण संरक्षण पर बनी बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड दिया गया है। 
ये थे पिछले अवॉर्ड्स के विजेता : 2018 में 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में श्रीदेवी को मरणोपरांत फिल्म मॉम के लिए बेस्ट एक्ट्रेस चुना गया था। वहीं, राजकुमार राव की 'न्यूटन' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला था।  इसी फिल्म के लिए पंकज त्रिपाठी को स्पेशल अवॉर्ड दिया गया है। 'बाहुबली 2 : द कन्क्लूजन' एक्शन डायरेक्शन और पॉपुलैरिटी के मामले में सर्वश्रेष्ठ रही थी। विनोद खन्ना को मरणोपरांत दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड दिया गया था।

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