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- 10-Jun-2025 11:27 AM IST
IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे शुभमन गिल के लिए आगामी इंग्लैंड दौरा करियर का सबसे अहम पड़ाव साबित हो सकता है। पहली बार टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी की जिम्मेदारी मिलने के बाद गिल न सिर्फ अपनी बल्लेबाजी बल्कि रणनीतिक कौशल से भी खुद को साबित करने के लिए मैदान में उतरेंगे। एक तरफ जहां भारत एक नई टेस्ट टीम के साथ बदलाव के दौर से गुजर रहा है, वहीं गिल के पास खुद को अगली पीढ़ी का कप्तान साबित करने का सुनहरा मौका होगा।
इंग्लैंड की धरती पर पहले भी दिखा चुके हैं हुनर
शुभमन गिल के इंग्लैंड से पुराने रिश्ते हैं—यह बात शायद हर क्रिकेट प्रेमी नहीं जानता। साल 2022 में गिल ने इंग्लैंड की काउंटी टीम ग्लेमोर्गन के लिए खेला था। इस दौरान उन्होंने 3 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में 61 की औसत से 244 रन बनाए थे। इंग्लैंड की पारंपरिक स्विंग और सीम मूवमेंट वाली पिचों पर गिल की बल्लेबाजी में तकनीकी परिपक्वता और परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने की क्षमता साफ दिखाई दी। यही अनुभव अब उन्हें इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम का सफल नेतृत्व करने में मदद कर सकता है।
सुधार की दरकार, नजरें आंकड़ों पर
हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंग्लैंड में गिल का प्रदर्शन अब तक साधारण रहा है। उन्होंने इंग्लैंड में भारत के लिए 3 टेस्ट मैचों में सिर्फ 88 रन बनाए हैं और औसत महज 14.66 रहा है। इस बार कप्तान बनने के साथ उन पर दोहरी जिम्मेदारी होगी—अपना व्यक्तिगत रिकॉर्ड सुधारना और टीम को विजयी दिशा में आगे बढ़ाना। गिल की बल्लेबाजी शैली और आत्मविश्वास यह संकेत देते हैं कि वह इस बार अलग रूप में नजर आ सकते हैं।
कोहली-रोहित युग के बाद गिल युग की शुरुआत?
विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद भारतीय टीम एक ट्रांजिशन पीरियड से गुजर रही है। ऐसे में बीसीसीआई का गिल को कप्तानी सौंपना एक दूरदर्शी कदम माना जा रहा है। गिल अब सिर्फ बल्लेबाज नहीं बल्कि एक लीडर के तौर पर भारतीय टीम के भविष्य की दिशा तय करेंगे। इस युवा टीम में उनके साथ करुण नायर और साई सुदर्शन जैसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज और जसप्रीत बुमराह जैसे अनुभवी गेंदबाज मौजूद हैं, जो इस दौरे को यादगार बना सकते हैं।
क्या गिल बन पाएंगे अगला टेस्ट लीजेंड?
गिल का यह इंग्लैंड दौरा सिर्फ एक सीरीज नहीं, बल्कि उनके टेस्ट करियर का निर्णायक मोड़ हो सकता है। यह देखना रोमांचक होगा कि क्या वे विराट-रोहित की विरासत को आगे ले जाते हुए खुद की अलग पहचान गढ़ पाएंगे। अगर गिल इस चुनौतीपूर्ण दौरे में अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी से छाप छोड़ने में सफल रहते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हो सकती है।