Vijay Hazare Trophy / विजय हजारे ट्रॉफी में रोहित शर्मा की वापसी: सालों पहले हैदराबाद के खिलाफ खेला था आखिरी मैच, बने थे इतने रन

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेलते नजर आएंगे। उन्होंने आखिरी बार 2018 में हैदराबाद के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था, जहां उन्होंने 24 गेंदों में 17 रन बनाए थे। मुंबई ने वह मैच जीता था, लेकिन रोहित फाइनल में नहीं खेल पाए थे।

भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े नामों में से एक, रोहित शर्मा, एक बार। फिर घरेलू क्रिकेट के मैदान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। आगामी विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उन्हें मुंबई के मजबूत स्क्वॉड में शामिल किया गया है, जिससे टीम की बल्लेबाजी को एक नई धार और अनुभव मिलेगा और यह खबर क्रिकेट प्रेमियों और विशेष रूप से मुंबई के प्रशंसकों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है, क्योंकि 'हिटमैन' लंबे समय बाद इस प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट में खेलते हुए दिखाई देंगे। उनका अनुभव, बड़े मैचों का दबाव झेलने की क्षमता और। विस्फोटक बल्लेबाजी टीम के लिए अमूल्य साबित हो सकती है। यह भी उल्लेखनीय है कि रोहित शर्मा ने टी20 इंटरनेशनल और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, जिससे उनका ध्यान अब सीमित ओवरों के घरेलू प्रारूप पर अधिक केंद्रित हो सकता है, जो उनके खेल के लिए एक नया अध्याय खोल सकता है और उनकी वापसी से न केवल टीम का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि युवा खिलाड़ियों को उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने और मैदान पर उनके खेल को करीब से देखने का सुनहरा अवसर भी मिलेगा।

मुंबई स्क्वॉड की संरचना और नेतृत्व

आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई की टीम एक संतुलित और मजबूत इकाई के रूप में मैदान में उतरेगी, जिसका नेतृत्व अनुभवी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर करेंगे। शार्दुल अपनी तेज गेंदबाजी और निचले क्रम में महत्वपूर्ण रन बनाने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं, जो उन्हें एक आदर्श कप्तान बनाते हैं। स्क्वॉड में युवा प्रतिभाओं और अनुभवी खिलाड़ियों का एक शानदार मिश्रण है। सरफराज खान, मुशीर खान और अंगकृश रघुवंशी जैसे युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा और ऊर्जा से टीम में नई जान फूंकने के लिए उत्सुक होंगे और सरफराज, विशेष रूप से, अपनी लगातार घरेलू प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं, जबकि मुशीर और अंगकृश भविष्य के सितारे माने जाते हैं। वहीं, कुछ बड़े नाम जैसे अजिंक्य रहाणे, यशस्वी जायसवाल और आयुष म्हात्रे को इस बार मुंबई की टीम में जगह नहीं मिली है, जो चयनकर्ताओं के कुछ नए प्रयोगों और अन्य खिलाड़ियों को मौका देने की रणनीति की ओर इशारा करता है। रोहित शर्मा का टीम में शामिल होना, भले ही केवल दो मैचों के लिए हो, टीम के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, जो उन्हें शुरुआती मुकाबलों में मजबूत शुरुआत देने में मदद करेगा।

रोहित शर्मा का आखिरी विजय हजारे ट्रॉफी मैच: 2018 का सेमीफाइनल

कई क्रिकेट प्रशंसकों के मन में यह सवाल स्वाभाविक रूप से उठ रहा है कि रोहित शर्मा ने आखिरी बार विजय हजारे ट्रॉफी में कब खेला था और उस समय उनका प्रदर्शन कैसा रहा था। आंकड़ों पर गौर करें तो 'हिटमैन' ने आखिरी बार साल 2018 में इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था और वह उस सीजन का पहला सेमीफाइनल मुकाबला था, जो मुंबई और हैदराबाद के बीच खेला गया था। यह मैच 17 अक्टूबर 2018 को बेंगलुरु के प्रसिद्ध एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित किया गया था। चिन्नास्वामी अपनी तेज आउटफील्ड और बल्लेबाजों के अनुकूल पिच के लिए जाना जाता है, जहां अक्सर उच्च स्कोरिंग मुकाबले देखने को मिलते हैं। उस मैच में बारिश के कारण खेल बाधित हुआ था, जिससे मैच को छोटा करना पड़ा और मुंबई को डकवर्थ-लुईस नियम के तहत 96 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला था। सेमीफाइनल जैसे महत्वपूर्ण मुकाबले में बारिश का व्यवधान खिलाड़ियों के लिए चुनौती। भरा होता है, क्योंकि उन्हें कम ओवरों में रणनीति बदलनी पड़ती है।

हैदराबाद के खिलाफ रोहित की पारी और मुंबई की जीत

बारिश से प्रभावित उस सेमीफाइनल मुकाबले में, जब मुंबई को 96 रनों का एक छोटा लेकिन चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला, तो रोहित शर्मा ने अपनी टीम के लिए पारी की शुरुआत की। उन्होंने 24 गेंदों का सामना करते हुए 17 रन की पारी खेली। हालांकि यह उनके कद के बल्लेबाज के लिए एक बड़ी पारी नहीं थी, लेकिन उस समय टीम को एक स्थिर और तेज शुरुआत देने में उनका योगदान महत्वपूर्ण था, खासकर जब लक्ष्य कम ओवरों में हासिल करना हो। उन्होंने कुछ आकर्षक शॉट खेले और टीम को शुरुआती गति प्रदान की। रोहित 9. 5 ओवर में 73 के स्कोर पर आउट हो गए थे, लेकिन तब। तक मुंबई जीत के करीब पहुंच चुकी थी और एक मजबूत स्थिति में थी। उनकी पारी ने टीम को आत्मविश्वास दिया और अंततः, मुंबई ने उस मैच। को सफलतापूर्वक अपने नाम कर लिया और फाइनल में अपनी जगह पक्की की। यह जीत मुंबई के लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि इसने उन्हें खिताब। के करीब पहुंचाया था और टीम के सामूहिक प्रयास को दर्शाया था।

फाइनल से अनुपस्थिति और मुंबई की खिताबी जीत

सेमीफाइनल में हैदराबाद पर शानदार जीत के बाद, मुंबई की टीम ने दिल्ली के साथ फाइनल में जगह बनाई थी, जो एक रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद थी। हालांकि, रोहित शर्मा फाइनल मुकाबले में अपनी टीम के साथ नहीं खेल पाए थे, जिससे प्रशंसकों में थोड़ी निराशा थी और उनकी अनुपस्थिति का कारण भारत और वेस्टइंडीज के बीच आगामी वनडे सीरीज थी। फाइनल मैच 20 अक्टूबर को खेला जाना था, जबकि भारत-वेस्टइंडीज का पहला वनडे 21 अक्टूबर को निर्धारित था। राष्ट्रीय टीम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और देश का प्रतिनिधित्व करने की प्राथमिकता के कारण, रोहित को घरेलू टूर्नामेंट के फाइनल से हटना पड़ा, जो एक पेशेवर खिलाड़ी के लिए एक कठिन निर्णय होता है। उनकी जगह, अनुभवी अजिंक्य रहाणे ने युवा पृथ्वी शॉ के साथ पारी की शुरुआत की थी। रोहित की अनुपस्थिति के बावजूद, मुंबई ने शानदार प्रदर्शन किया और दिल्ली को हराकर उस सीजन का विजय हजारे ट्रॉफी खिताब अपने नाम किया। यह जीत टीम के सामूहिक प्रयास, गहराई और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता का प्रमाण थी।

आगामी अभियान और रोहित की भूमिका

अब, जब रोहित शर्मा एक बार फिर विजय हजारे ट्रॉफी में वापसी। कर रहे हैं, तो सभी की निगाहें उनके प्रदर्शन पर टिकी होंगी। मुंबई टीम ग्रुप सी में है और अपने अभियान की शुरुआत 24 दिसंबर को सिक्किम के खिलाफ करेगी, जो उनके लिए एक मजबूत शुरुआत का अवसर होगा। इसके बाद, उनका अगला मुकाबला उत्तराखंड से होगा, जहां उन्हें एक और चुनौती का सामना करना पड़ेगा। रोहित शर्मा को स्क्वॉड में "दो मैच" के लिए सूचीबद्ध किया गया है, जिसका अर्थ है कि वह टीम के शुरुआती मुकाबलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और उनका अनुभव और बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता टीम को शुरुआती गति प्रदान कर सकती है और युवा खिलाड़ियों को दबाव की स्थितियों में मार्गदर्शन दे सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि 'हिटमैन' इस वापसी पर अपने बल्ले से कैसा कमाल दिखाते हैं और मुंबई को एक और विजय हजारे ट्रॉफी खिताब जीतने में कितना योगदान देते हैं। उनकी उपस्थिति से टूर्नामेंट की चमक निश्चित रूप से बढ़ जाएगी और मुंबई की टीम को एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जाएगा।