Pakistan News / पाकिस्तान अब कनाडा-यूरोप के नक्शेकदम पर, उठा लिया ये बड़ा कदम

Vikrant Shekhawat : Jun 11, 2024, 08:16 AM
Pakistan News: पड़ोसी देश पाकिस्तान कनाडा-यूरोप के नक्शेकदम पर चल पड़ा है. 17 फीसदी से ज्यादा महंगाई दर होने के बाद भी पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने वो कदम उठा लिया है, जिसे उठाने की हिम्मत अमेरिकी फेड रिजर्व और भारत के आरबीआई में भी नहीं हो रही है. जी हां, पाकिस्तान ने अपनी ब्याज दरों में डेढ़ फीसदी की कटौती कर दी है. ये फैसला ऐसे समय पर आया है जब कुछ दिन पहले भारत के सेंट्रल बैंक ने महंगाई से कुछ दिन और लड़ाई लड़ने का हवाला देते हुए रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया. वहीं दूसरी ओर फेड रिजर्व की मिटिंग भी कुछ दिन में होने वाली है. उम्मीद की जा रही है कि फेड भी अपनी ब्याज दरों में कोई बदलाव ना करने के मूड में है. खास बात तो ये है कि हाल ही में यूरोप और कनाडा ने पॉलिसी रेट में कटौती की थी. जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि दुनिया के बाकी देश भी ब्याज दरों में कटौती करेंगे.

पाकिस्तान ने उठाया बड़ा कदम

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने महंगाई में सुधार के बीच सोमवार को नीतिगत ब्याज दर में 1.5 फीसदी की कटौती कर इसे 20.5 फीसदी कर दिया. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने एक बयान में कहा कि उसकी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की बैठक में मौजूदा आर्थिक वृद्धि की समीक्षा की गई। इस दौरान यह बात उभरकर आई कि मई में महंगाई में उम्मीद से अधिक गिरावट आई है. एमपीसी ने आगामी बजटीय उपायों और भविष्य के ऊर्जा मूल्य समायोजन के संबंध में अनिश्चितता से जुड़े निकट अवधि के महंगाई दृष्टिकोण के लिए कुछ जोखिमों का भी संज्ञान लिया. बयान के मुताबिक इन जोखिमों और दर कटौती के फैसले के बावजूद पूर्व में उठाए गए कदमों से मुद्रास्फीतिक दबाव पर अंकुश लगने की उम्मीद है.

कितनी कम हो गई महंगाई

पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की महंगाई दर 17.3 फीसदी पर आ गई है. जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले आधी से भी कम है. मई 2023 में पाकिस्तान की महंगाई दर 38 फीसदी के साथ अपने पीक पर थी. जबकि 2मई 022 में पाकिस्तान की महंगाई दर 20 फीसदी से भी ज्यादा थी. इसका मतलब है कि पाकिस्तान में महंगाई दर दो साल के निचले स्तर पर आ गई है. ऐसे में इस साल मई के महीने में पाकिस्तान की 17 फीसदी के आसपास आना किसी चमत्कार से कम नहीं है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की महंगाई दर महीने-दर-महीने 0.4 फीसदी गिरी है. इसका मतलब है कि जून 2023 के बाद पहली बार पाकिस्तान की महंगाई दर नेगेटिव टेरेटरी में देखने को मिली है. अपनी मासिक आर्थिक रिपोर्ट में, पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने कहा कि उसे उम्मीद है कि अप्रैल में महंगाई 18.5 फीसदी और 19.5 फीसदी के बीच रहेगी और मई में कम होकर 17.5 फीसदी-18.5 फीसदी हो जाएगी.

भारत ने नहीं किया बदलाव

वहीं दूसरी ओर भारत की शुक्रवार को ब्याज दरों का ऐलान हुआ था. आरबीआई गवर्नर ने रेपो रेट में लगातार 8वीं बार देश की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. अभी पॉलिसी रेट 6.5 फीसदी पर बने हुए हैं. आखिरी बार आरबीआई ने फरवरी 2023 में रेपो रेट में बदलाव किया था. तब एमपीसी ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. मई 2022 से फरवरी 2023 तक आरबीआई ने पॉलिसी रेट में 2.50 फीसदी का इजाफा किया था. आरबीआई का अनुमान है कि मौजूदा साल में भारत की महंगाई दर 4.5 फीसदी पर रह सकती है. जबकि ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी रह सकती है. वैसे अप्रैल के महीने में भारत की महंगाई दर लगातार दूसरे महीने 5 फीसदी से नीचे रही थी. एसबीआई का अनुमान है कि मई के महीने भारत की महंगाई 5 फीसदी पर आ सकती है.

भारत का क्या है रुख?

ब्याज दरों का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि ऐसा समझा जाता है कि भारत अमेरिकी सेंट्रल बैंक को फॉलो करता है. लेकिन ऐसा नहीं है. भारत अपना खुद महंगाई और ग्रोथ रेट का आउटलुक है. भारत उसी हिसाब से आगे बड़ेगा. जब कि भारत में महंगाई दर टारगेट लेवल पर नहीं आ जाता है तब तक ऐसा कोई फैसला नहीं लिया जाएगा जोकि देश के हित में और आम लोगों हित में ना हो. वैसे आरबीआई की एमपीसी ने आने वाले महीनों में ब्याज दरों को उदार रहने के संकेत दिए हैं. जिसकी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि अक्टूबर या फिर दिसंबर महीने में होने वाली मीटिंग में ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है. वैसे कई जानकारों का ये भी अनुमान है कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारत के सेंट्रल बैंक की ओर से महंगाई दर में कोई कटौती की संभावना नहीं है.

कनाडा और यूरोपीयन बैंक ने की कटौती

पिछले हफ्ते दुनिया के दो सेंट्रल बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया. पहले बात कनाडा की करते हैं. कनाडा सेंट्रल बैंक ने दुनिया में सबसे पहले ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया. कनाडा ने अपनी पॉलिसी रेट को 5 फीसदी से कम कर 4.75 फीसदी पर लेकर आ गए हैं. वहीं दूसरी ओर बीते हफ्ते गुरुवार को यूरोपीयन सेंट्रल बैंक ने भी करीब 5 साल के बाद ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है. बैंक ने अपनी ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की है. जानकारों की मानें तो आने वाले महीनों में दुनिया के बाकी देश जैसे अमेरिका भी अपनी ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकता है. खबर है कि सेकंड हाफ में अमेरिकी फेड ब्याज दरों में दो बार कटौती कर सकता है. जोकि 0.25-0.25 फीसदी की हो सकती है. इसका मतलब है कि ब्याज दरों में कुल 0.50 फीसदी की कटौती की जा सकती है.

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