देश / ED ने संजय राउत के करीबी की 72 करोड़ की संपत्ति की जब्त, जानिए क्या है वजह

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत के करीबी कहे जाने वाले प्रवीन राउत की 72 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की है। प्रवीन राउत ही वो शख्स हैं जिसकी पत्नी के खाते से 55लाख रुपये कथित तौर पर संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में गए हैं और जिसे लेकर वर्षा राऊत को 5 जनवरी को ईडी ने पूछताछ के लिए तलब किया है।

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत के करीबी कहे जाने वाले प्रवीन राउत की 72 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की है। प्रवीन राउत ही वो शख्स हैं जिसकी पत्नी के खाते से 55लाख रुपये कथित तौर पर संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में गए हैं और जिसे लेकर वर्षा राऊत को 5 जनवरी को ईडी ने पूछताछ के लिए तलब किया है।

वर्षा राउत को 4300 करोड़ रुपये के पीएमसी बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 5 जनवरी को पूछताछ के फिर से नोटिस दिया गया है। वर्षा को तीसरी बार समन जारी किया गया था लेकिन पेश नहीं हुई।

ईडी वर्षा से कम से कम तीन साझेदार कंपनियों के साथ उनके कारोबारी सौदेबाजी के बारे में पूछताछ करना चाहती है। प्रवीण राउत और उनकी पत्नी माधुरी से ईडी पहले पूछताछ कर चुकी है और उनके बयान दर्ज किये जा चुके हैं।

इससे पहले प्रवीण राउत को इस मामले में मुम्बई पुलिस की अपराध शाख ने गिरफ्तार किया था और उस पर पीएमसी बैंक के 90 करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप हैं।

संजय राउत का इनकार

संजय राउत ने उनकी पत्नी द्वारा कोई गड़बड़ी किये जाने से इनकार किया है और कहा है कि करीब डेढ़ महीने से इस मामले के सिलसिले में उनका इस जांच एजेंसी से पत्राचार चल रहा है। उन्होंने बदले की कार्रवाई बताया है।

राउत ने कहा, ‘‘हम मध्यवर्गीय लोग हैं। मेरी पत्नी ने मकान खरीदने के लिए दस साल पहले एक मित्र से ऋण लिया था। आयकर विभाग को उसका ब्योरा दिया गया और मेरे राज्यसभा हलफनामे में भी उसका जिक्र है। ईडी दस साल बाद इस सौदे को लेकर जगी है।’’

ईडी ने पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) में कथित ऋण धोखाधड़ी को लेकर पिछले साल अक्टूबर में हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) , उसके प्रवर्तकों--राकेश कुमार वाधवान, उनके बेटे सारंग वाधवान, उसके पूर्व अध्यक्ष वरियम सिंह और पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था। उसने मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी का भी संज्ञान लिया था जिसमें पीएमसी बैंक को 4355 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप है।