Vikrant Shekhawat : Dec 06, 2019, 04:14 PM
सिरोही | देश के राष्ट्पति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि बेटियों पर होने वाले आसुरी प्रहार पूरे देश की आत्म को झकझोर कर रखे देती है। इसी तरह का संविधान में एक एक्ट है। जिसपर पुनर्विचार होना चाहिए। पोक्सो एक्ट के तहत आरोपियो को दया याचिका से वंचित कर देना चाहिए, यह काम संसद का है। माननीय राष्ट्पति ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में महिला सशक्तिकरण विषय पर आयोजित दो दिवसरीय राष्ट्ीय सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। माननीय राष्टपति ने कहा महिला शिक्षा के स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए आज भी महिलाओं की साक्षरता दर कम है लेकिन बेटियो के शिक्षा के लिए काम हो रहा है। राजस्थान के बांसवाड़ा जैसे आदिवासी जिले में एक हजार बेटों पर 1003 बेटियां पैदा होने की बात से गर्व होता है। उन्होंने जनधन योजना 52 प्रतिशत खाते महिलाओ के खुलने पर हर्ष व्यक्त किया। इस बार संसद में 78 महिलायें संसद का होना गर्व की बात है।ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। दो दिवसीय महिलाओं के राष्ट्ीय सम्मेलन में देशभर की महिलायें भाग ले रही है।