US-Yemen Airstrikes: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद अमेरिका ने यमन के हूती विद्रोहियों पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा था कि यदि लाल सागर में जहाजों पर हमले जारी रहे, तो 'नरक की बारिश' होगी। इन हमलों में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है और दर्जनों घायल हुए हैं।
हमलों की पृष्ठभूमि
हूतियों ने हाल ही में लाल सागर में इजराइल से जुड़े जहाजों पर हमले फिर से शुरू करने की धमकी दी थी। यह धमकी तब आई जब इजराइल ने गाजा में मानवीय सहायता पर प्रतिबंध लगा दिया, जिससे लगभग 20 लाख लोग भुखमरी के संकट का सामना कर रहे हैं। हूतियों का कहना था कि यदि यह प्रतिबंध नहीं हटाया गया, तो वे लाल सागर में हमले फिर से शुरू करेंगे। इसी के जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने यमन में हवाई हमले के आदेश दिए।
लाल सागर में बढ़ता तनाव
यह पहली बार नहीं है जब हूतियों ने इस तरह की आक्रामक कार्रवाई की है। दिसंबर में हूतियों ने लाल सागर में हमला किया था, लेकिन गाजा में संघर्ष विराम के बाद उन्होंने हमले रोक दिए थे। अब, जब इजराइल ने गाजा में सहायता रोक दी है, तो हूतियों ने फिर से हमले शुरू करने की धमकी दी।
अमेरिका की रणनीति और संभावित दीर्घकालिक अभियान
व्हाइट हाउस की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, हवाई हमलों का उद्देश्य हूती हमलों को रोकना है और यह अभियान लंबा चल सकता है। प्रेस रिलीज़ में यह भी उल्लेख किया गया कि सालाना 25,000 जहाज लाल सागर से गुजरते थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर 10,000 रह गई है। यह स्पष्ट संकेत है कि लाल सागर में सुरक्षा संकट गहराता जा रहा है।इसके अलावा, 2023 से अब तक अमेरिकी वाणिज्यिक जहाजों पर 145 बार हमले हुए हैं, जिनमें से आखिरी हमला दिसंबर में हुआ था, जब ट्रंप ने अभी शपथ भी नहीं ली थी। इस स्थिति को देखते हुए, अमेरिका की यह कार्रवाई आगे भी जारी रह सकती है।
गाजा में इजराइल की सैन्य कार्रवाई जारी
संघर्ष विराम के बावजूद, इजराइल की सैन्य कार्रवाई गाजा में जारी है। हाल ही में बेत लाहिया में हुए हमलों में राहतकर्मियों और पत्रकारों सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। हमास ने इसे संघर्ष विराम का उल्लंघन बताया है, जबकि इजराइल सेना ने संकेत दिए हैं कि वे हमास पर बंधक रिहाई डील के लिए दबाव बनाने के लिए गाजा में सीमित सैन्य कार्रवाई कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अमेरिका और हूतियों के बीच बढ़ता तनाव न केवल यमन बल्कि पूरे मध्य पूर्व के लिए एक नई चुनौती बनता जा रहा है। इजराइल और गाजा के बीच चल रही सैन्य कार्रवाई और मानवीय संकट ने स्थिति को और अधिक जटिल बना दिया है। आने वाले समय में इस क्षेत्र में और अधिक सैन्य कार्रवाई होने की संभावना है, जिससे वैश्विक व्यापार और सुरक्षा पर गहरा असर पड़ सकता है।