भारत के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में एक प्रेस वार्ता। में कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। मंत्रालय ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा, विशेषकर एक। हिंदू युवक की निर्मम हत्या पर गहरी चिंता व्यक्त की है। इसके अतिरिक्त, अमेरिकी H1B वीजा के पुन:निर्धारण में भारतीय नागरिकों को आ रही कठिनाइयों, ऑस्ट्रेलिया में हुए आतंकी हमले और कनाडा में एक भारतीय छात्र की दुखद मौत जैसे संवेदनशील मामलों पर भी सरकार का रुख सामने रखा गया।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर भारत की चिंता
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा की घटनाओं को 'चिंता का विषय' बताया। उन्होंने हाल ही में एक हिंदू युवक की हत्या की कड़ी निंदा की, जो इस क्षेत्र में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है और भारत ने बांग्लादेश सरकार से इस जघन्य अपराध के दोषियों को शीघ्रता से न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके। यह भारत की ओर से बांग्लादेश को एक स्पष्ट संदेश है कि वह अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
भारत-बांग्लादेश संबंधों और शांति की अपेक्षा
प्रवक्ता जायसवाल ने इस बात पर जोर दिया कि भारत बांग्लादेश के लोगों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत अपने पड़ोसी देश में शांति और स्थिरता का प्रबल समर्थक है, क्योंकि यह क्षेत्रीय सुरक्षा और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में, भारत ने बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी। और भागीदारी वाले चुनावों की आवश्यकता पर लगातार जोर दिया है। यह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह सुनिश्चित करने की इच्छा को भी कि बांग्लादेश में सभी नागरिकों के अधिकारों का सम्मान हो।
H1B वीजा पुन:निर्धारण में भारतीयों की दिक्कतें
विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी H1B वीजा के पुन:निर्धारण में भारतीय नागरिकों को आ रही दिक्कतों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। रणधीर जायसवाल ने बताया कि सरकार को देश के नागरिकों से इस संबंध में कई शिकायतें मिली हैं। ये शिकायतें उन भारतीयों से संबंधित हैं जिन्हें अपने वीजा अपॉइंटमेंट को फिर से निर्धारित करने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। यह मुद्दा उन हजारों पेशेवरों और उनके परिवारों को प्रभावित करता है जो अमेरिका में काम करने या रहने की योजना बना रहे हैं।
अमेरिकी पक्ष के साथ सक्रिय जुड़ाव
मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि यद्यपि वीजा से जुड़े मुद्दे किसी भी देश के संप्रभु अधिकार क्षेत्र। में आते हैं, भारत सरकार ने इन मुद्दों और अपनी चिंताओं को अमेरिकी पक्ष के सामने मजबूती से उठाया है। कई भारतीय नागरिक लंबे समय से फंसे हुए हैं, जिससे न केवल परिवारों। को बल्कि उनके बच्चों की शिक्षा में भी गंभीर बाधाएं उत्पन्न हुई हैं। भारत सरकार अपने नागरिकों को होने वाली इन दिक्कतों को कम करने के लिए अमेरिकी पक्ष के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हुई है, ताकि इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान निकाला जा सके और भारतीय नागरिकों को राहत मिल सके।
ऑस्ट्रेलिया में आतंकी हमले पर भारत का रुख
रणधीर जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर हुए आतंकी हमले पर भी प्रतिक्रिया दी और उन्होंने कहा कि भारत इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की कोशिशों के बारे में जानता है। भारतीय अधिकारी इस मामले में ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के संपर्क में हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। भारत ने इस बात पर अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता दोहराई कि जो लोग भारत में कानून की नजर में भगोड़े और वांछित हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा।
भगोड़ों को वापस लाने की प्रतिबद्धता
प्रवक्ता ने बताया कि भारत सरकार भगोड़े अपराधियों को देश वापस लाने के लिए कई देशों से बातचीत कर रही है और इस प्रक्रिया में कानूनी पेचीदगियां होने के बावजूद, भारत उन्हें देश वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ये अपराधी भारत की अदालतों में मुकदमे का सामना कर सकें और न्याय की प्रक्रिया पूरी हो। यह भारत की आतंकवाद विरोधी और कानून प्रवर्तन प्रयासों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कनाडा में भारतीय छात्र की दुखद मौत
कनाडा में एक भारतीय छात्र की दुखद मौत के मामले पर भी विदेश मंत्रालय ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और रणधीर जायसवाल ने कहा कि मंत्रालय मृतक छात्र के परिवार के संपर्क में है और यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत सरकार ने इस दुखद घड़ी में परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। मंत्रालय मौत के कारणों के बारे में स्थानीय कनाडाई अधिकारियों के भी संपर्क में है, ताकि पूरी जानकारी प्राप्त की जा सके। भारतीय दूतावास परिवार को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है, जिसमें आवश्यक औपचारिकताओं और पार्थिव शरीर को वापस लाने में मदद शामिल है और यह भारत सरकार की अपने नागरिकों के कल्याण और विदेशों में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।